हैदराबाद । लंबित ट्रैफिक चालानों के बोझ से परेशान एक 50 साल के मजदूर ने आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार शख्स तीसरी बार शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पकड़ा गया था। ए येलैया नाम के शख्स ने अपने आवास पर कीटनाशक का सेवन कर सुसाइड कर लिया। बीती 6 मार्च को पुलिस ने येलैया की बाइक को सीज कर दिया था। जिसके बाद वह बेहोशी की हालत में अपने घर को लौटा था। शख्स के पर्स से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उसने गाड़ी के चालान को लेकर नाराजगी दर्ज की है। वहीं उसकी पत्नी ने भी इस पूरे मामले में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया है कि पति को इस बात का डर था कि उसकी जब्त की हुई बाइक दुबारा से वापस नहीं मिलेगी।
येलैया ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव को संबोधित एक सुइसाइड नोट लिखा था। जिसमें उन्होंने इसका जिक्र किया था कि लंबित ट्रैफिक चालान का भुगतान करने के बोझ ने उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया। येल्ला पर कुल 8,945 रुपये का जुर्माना बकाया है। उन्हें 6 मार्च के शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले में अदालत की ओर से लगाई गई पेनाल्टी से भी मुक्त होना था। हालांकि, पुलिस ने येलैया के आरोप का खंडन कर कहा कि वे शराब पीकर गाड़ी चलाने की जांच के दौरान लंबित चालानों को कभी नहीं देखते थे।
शख्स की पत्नी मल्लम्मा की शिकायत के आधार पर पुलिस ने संदिग्ध मौत का केस दर्ज किया है। मंगलवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया। इसके बाद नालगोंडा जिले में येलैया के पैतृक स्थान नेरेडिकोम्मा में अंतिम संस्कार किया गया।
मीर चौक ट्रैफिक पुलिस चंपापेट की नागार्जुन कॉलोनी में नशे में ड्राइविंग की जांच कर रही थी। पुलिस की एक टीम ने येल्ला को शाम 4 बजकर 42 मिनट पर रोका। जब हमारी टीम ने येल्ला के रक्त में अल्कोहल की मात्रा की जाँच की, तब रीडिंग में 155 मिलीग्राम /100 एमएल पाया गया। जो कि 30 मिलीग्राम /100 एमएल की अनुमत सीमा से अधिक था। येल्ला के खिलाफ नशे में ड्राइविंग का मामला दर्ज कर वाहन को जब्त कर लिया गया था। मीर चौक यातायात निरीक्षक पी प्रमोद कुमार ने कहा कि येलैया को ट्रैफिक पुलिस के आयोजित परामर्श सत्र में भाग लेना था और उसके बाद अदालत में पेश होना था। पुलिस के मुताबिक 6 मार्च को तीसरी बार पकड़े जाने से पहले 23 अक्टूबर, 2018 से 17 जनवरी, 2023 के बीच येल्ला के नाम पर रजिस्टर्ड बाइक पर 23 ट्रैफिक चालान लंबित थे।