नई दिल्ली । दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के स्टॉप लाइन का जल्दबाजी में या लापरवाही से जान बूझकर स्टॉप लाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ दिल्ली पुसिल ने अपने अभियान तेज कर दिए हैं। दिल्ली पुलिस स्टॉप लाइन उल्लंघन विरोधी मुहिम के तहत चौराहों पर लगे कैमरों की मदद से दोषी वाहन चालकों के खिलाफ जमकर कार्रवाई कर रही है। जिन जगहों पर कैमरे नहीं लगे हैं, वहां ट्रैफिक पुलिस द्वारा मैनुअल तरीके से एक्शन लिया जा रहा है। साल 2024 के पहली तीन महीने में स्टॉप लाइन उल्लंघन के 20 प्रतिशत ज्यादा मामले दर्ज किए गए है। इस बात का खुलासा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से हुआ है। ये डाटा जनवरी से 31 मार्च 2024 तक हैं। दिल्ली में स्टॉप लाइन उल्लंघन के मामले साल 2023 के पहले तीन महीनों में 1,05,317 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि साल 2024 1,26,084 मामले पहले तीन महीने के दौरान दर्ज किए गए। स्टॉप लाइन उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में सामने आये हैं। दिल्ली के इस एरिया में पहले तीन माह के दौरान 25 हजार चालान दर्ज किए गए। इस मामले दूसरे नंबर पर मयूर विहार का स्थान है।  डिफेंस कॉलोनी  24,716, मयूर विहार 13,285, सफदरजंग इन्क्लेव  12,552, लाजपत नगर 8,275, द्वारका 8,247, पंजाबी बाग 5,460, मॉडल टाउन 4,655, मधु विहार 4,272, सिविल लाइन 4,172। द मोटर व्हीकल्स ड्राइविंग रेग्युलेशन एक्ट 2017 के मुताबिक जहां कहीं भी रेड लाइट हो, वहां पर वाहन चालकों को स्टॉप लाइन क्रॉस नहीं करना चाहिए। अगर कहीं पर स्टॉल लाइन मार्क नहीं हैं या ठीक से दिखाई नहीं देता है, तो वहां पर वाहन चालकों से उम्मीद की जाती है कि वो रेड लाइड से पहले वाहन रोक दें। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने संबंधित एजेंसियों कहा है कि सभी प्रमुख चौराहों पर स्टॉप लाइन और जेब्रा कॉसिंग की स्पष्ट रूप से तय कलर में मार्किंग की जाए। स्टॉप लाइन मार्किंग सही तरीके से होने पर चालान कटने पर लोग ये बहाना नहीं बना पाएंगे कि उन्हें लाइन दिखी नहीं।