टिप्पर ड्राइवर के बाइक सवार दो युवकों को कुचलने के मामले में नया मोड़ आ गया है। थाना सिटी पुलिस ने दोनों पक्षों में राजीनामा करवाने के बाद प्रदर्शनकारियों में किसान यूनियन सिद्धपुर के ब्लाक प्रधान सहित 25 ज्ञात व 100/150 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस की ड्यूटी में विघ्न डालने और ड्राइवर व गलत तरीके से प्रतिबंध करने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी नवप्रीत सिंह ने बताया कि वीरवार की शाम 4:30 बजे दिल्ली- फाजिल्का राष्ट्रीय राजमार्ग पर टिप्पर ड्राइवर की ओर से बाइक सवार दो युवकों को मलोट- डबवाली रोड के पास कुचल दिया गया था। हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया था। मृतक गुरभगत सिंह पुत्र हरदीप सिंह निवासी रथड़िया इकलौता बेटा था। मामले में परिवार और गांव के लोगों की ओर से रोष में ड्राइवर को पकड़ कर बेरहमी से पीटा गया और फिर गांव के गुरुद्वारा साहिब में ले जाकर भी उसके साथ मारपीट की गई।

साढ़े नौ बजे तक हाइवे जाम रखा

किसानों के साथ मिलकर वीरवार रात साढ़े नौ बजे तक हाइवे जाम रखा। गुरुद्वारा साहिब में टिप्पर ड्राइवर कुलदीप सिंह पुत्र शेर सिंह निवासी शेरगढ़ ज्ञान सिंह को प्रदर्शनकारियों के चंगुल से छुड़ाने के लिए गए पुलिस अधिकारियों के साथ प्रदर्शनकारियों ने हाथापाई की। ऐसा करके सरकारी ड्यूटी में विघ्न डाला गया। शुक्रवार को परिवार व किसान नेताओं ने हाईवे पर शव रखकर जाम कर दिया। एएसआइ जगतार सिंह ने किसान यूनियन सिद्धपुर के लंबी से ब्लाक प्रधान हरभगवान सिंह से अपील की तो उन्होंने उनकी कोई नहीं सुनीं।

धरने से लोगों को हुई भारी परेशानी

धरने से लोगों को भारी परेशानी हो रही थी। किसानों की मांग के मुताबिक उन्होंने ड्राइवर कुलदीप सिंह और कंपनी के मालिक रवि कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। फिर भी धरना समाप्त नहीं किया जा रहा था। जिसके चलते किसान नेता हरभगवान सिंह, जुगनू पुत्र मुख्तयार सिंह,गादियां पुत्र बूटा राम, बप्पा,काला पुत्र करतार सिंह,काला लाहौरिया, गुरसेवक सिंह पुत्र कुलदीप सिंह,गुरलाल सिंह पुत्र जग्गा सिंह,सोनूं पुत्र जगदीश कुमार यादव, जसवीर राम चोपड़ा, बनवारी लाल चोपड़ा, निवासी रथड़िया, निर्मल सिंह निवासी जस्सेआना के खिलाफ राष्ट्रीय राजमार्ग 8बी 283 के तहत केस दर्ज किया गया है।

सभी आरोपित अभी भी फरार

जबकि किसान नेता हरमनप्रीत सिंह, बब्बू पुत्र हजारा राम, संदीप कुमार पुत्र हंस राज, गुरसेवक सिंह पुत्र कुलदीप सिंह, बलविंदर सिंह, अर्शदीप सिंह पुत्र बलविंदर सिंह, सरबजीत सिंह, गुरप्रीत कुमार,मोटा पुत्र हंस राज, गाडियां पुत्र बूटा राम, मोहित कुमार,गुरभेज सिंह, रुपिंदर सिंह, निवासी रथड़िया व 100/150 अज्ञात लोगों के खिलाफ किसी व्यक्ति को गलत तरीके से प्रतिबंधित करना, स्वेच्छा से चोट पहुंचाना, सरकारी ड्यूटी में विघ्न डालने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। सभी आरोपित अभी फरार हैं।

राजीनामा के बाद पुलिस ने की कार्रवाई

बता दें कि शनिवार को मृतक के परिवार को 10 लाख व घायल के परिवार को 2.50 लाख रुपये सहायता राशि देने पर दोनों पक्षों में सहमति करवाई गई। लेकिन पुलिस ने रविवार को प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज कर क्रास केस कर दिया गया है।