मध्य प्रदेश को ऐतिहासिक मंदिरों के लिए जाना जाता है. यहां पर कई ऐसे ऐतिहासिक मंदिर है. जहां आज भी भक्त इन मंदिरों से जुड़े हुए हैं. यहां दर्शन पूजन करने के लिए इन मंदिरों में पहुंचते हैं. ऐसा ही एक मंदिर निमाड़ क्षेत्र का मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में स्थित है. गौरी शंकर नवग्रह मंदिर करीब 75 साल पुराना है. राजस्थान के मार्बल की प्रतिमाएं यहां पर स्थापित की गई है. यहां जोशी समाज की ओर से इस मंदिर का निर्माण किया गया था.

मंदिर समिति के अध्यक्ष अरुण जोशी ने कहा कि यह मंदिर हमारे समाज के पूर्वज नारायण भोजराज जोशी और पंडित नरहरी कांडे के द्वारा बनाया गया था. यहां पर राजस्थान से प्रतिमाएं लाई गई थी. मंत्र उपचार के साथ इस मंदिर में नौ ग्रहों की स्थापना की गई थी. मंत्र उपचार के साथ जली ज्योति से यहां पर हवन यज्ञ हुआ था. इस मंदिर में आज भी सूर्य भगवान की किरण सबसे पहले शिवजी के मस्तक पर पड़ती है. जिसके बाद नंदी महाराज और शिवलिंग सहित सूर्य भगवान की प्रतिमा पर आती है.

नौ ग्रहों की है प्रतिमा
इस मंदिर में नौ ग्रहों की प्रतिमा स्थापित की गई है. यहां पर सूर्य, चंद्र मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु की प्रतिमा है. यह सभी प्रतिमाएं राजस्थान से लाई हुई है.

महाशिवरात्रि पर मेले का होता है आयोजन
इस मंदिर पर महाशिवरात्रि पर मेले का आयोजन होता है. यहां पर मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात से भक्त मेले में शामिल होने के लिए आते हैं. इस मंदिर पर भक्त शादी व्यापार बच्चों के लिए मन्नत मांगते हैं. यहां मन्नतें पूरी होने पर इच्छा अनुसार प्रसाद चढ़ाया जाता है.