मौसम विज्ञान केंद्र रांची का पूर्वानुमान सही रहा और सोमवार को जमकर वर्षा हुई। राजधानी रांची में 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जहां तेज हवा चली वहीं झमाझम वर्षा ने मौसम को खुशगवार बना दिया। पिछले दो से तीन दिनों से तापमान में लगातार कमी दर्ज की जा रही है।

18 मार्च को हुई तेज वर्षा ने शहरी जनजीवन की रफ्तार को कम कर दिया है। अमूमन सभी सड़कों पर जलजमाव हो गया। इससे वाहन चालक काफी परेशान रहे। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नालों से उफनकर गंदा पानी बाहर निकलने लगा।

वर्षा की इस तस्वीर ने नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। सड़कों पर गंदगी का आलम यह रहा कि वर्षा के बाद राहगीरों को पैदल चलने में परेशानी हो रही थी। बता दें कि शहर के कोकर, लालपुर, हरमू, हिंदपीढ़ी, बूटी बस्ती, स्टेशन रोड, मेन रोड समेत कई क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति देखने को मिली।

एयरपोर्ट मार्ग पर पेड़ गिरने से बाधित रहा आवागमन

एयरपोर्ट जाने वाली सड़क पर तेज आंधी और वर्षा के कारण गिरे एक पेड़ के कारण लोगों को एयरपोर्ट पहुंचने में भी मशक्कत करनी पड़ी। तेज वर्षा के कारण संत जान पब्लिक स्कूल के पास घुटने भर जलजमाव हो गया। इस वर्षा ने शहर के ड्रेनेज सिस्टम को ही तार तार कर दिया है।

वरीय विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर दिख रहा है। रांची समेत सभी जिलों में अच्छी वर्षा हुई है। इसके साथ ही कई जगहों पर ओलावृष्टि की भी सूचना मिली है।

मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने रांची समेत पूरे राज्य में अगले चार दिनों तक तेज हवा व वज्रपात के साथ वर्षा होने का पूर्वानुमान जारी किया है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञानी ने बताया कि रांची समेत राज्य के अन्य हिस्सों में अगले चार दिनों तक तेज हवा और मेघगर्जन के साथ वर्षा होगी और कहीं कहीं वज्रपात को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान रांची के अधिकतम तापमान में चार डिग्री तक गिरावट दर्ज हो सकती है। 21 मार्च तक झारखंड में ऐसा ही मौसम बना रहेगा।

ये है पूर्वानुमान

पूर्वानुमान के मुताबिक माह के अंत तक राजधानी के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के संकेत हैं, जो कि 30 के पार जा सकता है।

मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार 19 मार्च को दक्षिणी हिस्से यानी पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां के अलावे निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी में जहां 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से नमीयुक्त हवा बहेगी।

वहीं कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ वज्रपात और वर्षा होने की संभावना है। इस दिन के लिए यलो और आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

वहीं 21 मार्च को दक्षिणी व निकटवर्ती मध्य हिस्सों में तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। साथ ही गुमला, खूंटी, रांची, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम में कहीं कहीं भारी वर्षा होने के संकेत हैं। इस दिन के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

सबसे अधिक अड़की में हुई वर्षा

पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक 40.4 मिमी खूंटी जिले के अड़की में वर्षा हुई है। सबसे अधिक तापमान 34.7 डिग्री गोड्डा का जबकि सबसे कम तापमान 17.8 डिग्री लोहरदगा का रिकार्ड किया गया। वहीं राजधानी रांची की बात करें तो अधिकतम 30.7 डिग्री जबकि न्यूनतम 18.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

पिछले वर्ष की तुलना में राहत 

बताया जा रहा है कि मार्च माह के शेष बचे दिनों में कुछ गर्म और वर्षा के दिनों की उम्मीद कर सकते हैं। वर्ष 2021 में मार्च महीने में औसतन अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि वर्ष 2022 में मार्च माह में अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस था।

अभिषेक आनंद की मानें तो वर्ष 2022 में मौसम में भी कई बदलाव देखने को मिले थे। साल के पहले महीने से लेकर दिसंबर तक मौसम का अंदाज अलग रहा था। मानसून और गर्मी में भी बदलाव देखने को मिला था। जलवायु परिवर्तन के कारण ही मौसम में यह बदलाव देखने को मिला।

यह केवल रांची ही नहीं बल्कि अन्य भागों में देखने को मिला था। वर्ष 2022 में मार्च महीने में ही हीटवेव का असर देखने को मिला था। वहीं वर्ष 2023 में औसतन अधिकतम 30 डिग्री और न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।

वहीं, इस वर्ष मार्च महीने में अब तक औसतन अधिकतम 28 डिग्री और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। इस वर्ष साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर के कारण 21 मार्च तक आंशिक बादल का असर देखने को मिलेगा।