मथुरा रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में बम रखे होने की सूचना किसी और ने नहीं बल्कि स्कूल के ही एक छात्र ने दी थी। घटना के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया था। दिल्ली पुलिस के तमाम एजेंसियों के अलावा कैट्स एंबुलेंस, दमकल विभाग और डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ता वहां पहुंचा था। पूरा स्कूल खाली कराने के बाद तलाशी ली गई। इसके बाद ईमेल को फर्जी करार दे दिया गया था।

दिल्ली पुलिस की छानबीन में पता चला कि ईमेल डीपीएस स्कूल के ही 16 वर्षीय छात्र ने मजे लेने के लिए किया था। फिलहाल उसे हिरासत में नहीं लिया गया है। पुलिस उसकी काउंसलिंग कराने की बात कर रही है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार 25 अप्रैल को दिल्ली पब्लिक स्कूल के आधिकारिक ईमेल आईडी पर एक मेल प्राप्त हुआ था। ईमेल में दावा किया गया था कि स्कूल में एक बम लगा दिया गया है। वह बुधवार यानी 26 अप्रैल सुबह नौ बजे अपने आप एक्टिवेट हो जाएगा। 

लोकल पुलिस के अलावा स्पेशल सेल ईमेल भेजने वाले की तलाश में जुटी रही। टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली गई। इसके आधार पर पता चला कि ईमेल के लिए रूस के सर्वर का इस्तेमाल किया गया था। जिस जीमेल आईडी से मेल भेजा गया था, वह दिल्ली में ही एक्टिवेट थी। आरोपी ने बहुत चालाकी से कई सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया था। लेकिन छानबीन के बाद पुलिस आरोपी 16 वर्षीय छात्र तक पहुंच ही गई। पुलिस की पूछताछ में छात्र ने अपराध कबूल लिया।

बता दें कि इसी तरह का ईमेल 12 अप्रैल को सादिक नगर स्थित इंडियन पब्लिक स्कूल को भी मिला था। वहां तलाशी के दौरान पुलिस को कुछ नहीं मिला था। नवंबर में भी इसी तरह का एक और ईमेल भेजा गया था। दोनों मामले में आरोपी का पकड़ा जाना अभी बाकी है।