बिजली विभाग की लापरवाही के कारण सोमवार को बदायूं में जानलेवा हादसा हो गया। पशुओं के लिए चारा लेने जा रहे नौजवान किसान के ऊपर हाईटेंशन (एचटी) लाइन गिर गई। तेज करंट और धमाके साथ उनका शरीर दो हिस्सों में बंट गया। उनकी मृत्यु से गुस्साए ग्रामीणों ने समरेर उपकेंद्र के बाहर प्रदर्शन और जाम लगाने का प्रयास किया तब अधिकारी सक्रिय हुए।

इस मामले में लोगों के गुस्से को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की गई। सब स्टेशन ऑफिसर इमरान अली, लाइनमैन हरि, ज्ञान और दिनेश को निलंबित कर प्रदर्शनकारियों को शांत किया गया। एसडीएम दातागंज धर्मेंद्र ने प्रकरण की जांच के निर्देश दिए हैं।

गांव गंडहा निवासी सुरेंद्र कुमार अग्निहोत्री ने पैरों में दिक्कत होने से खेत पर जाना बंद कर दिया है। उनके बेटे सुमित खेत एवं पशुओं की देखभाल करते थे। स्वजन के अनुसार, सोमवार सुबह सात बजे वह चारा लेने खेत पर गए थे। वहां अचानक हाईटेंशन लाइन टूटकर उनके ऊपर गिर गई। पेट पर तार गिरने से सुमित का शरीर दो हिस्सों में बंट गया। चंद क्षण छटपटाने के बाद सुमित की मृत्यु हो गई। आसपास खेतों में काम करने वाले किसान वहां पहुंचे तो जले शव के टुकड़े देखकर सिहर गए। उनकी सूचना पर आधा घंटा बाद आपूर्ति बंद हुई, तब तार हटाया गया।

बिजली विभाग की लापरवाही से गुस्साए लोग

बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना था कि तार टूटने से एक छोर में प्रवाह बंद हो गया, मगर दूसरे छोर पर करंट दौड़ता रहा। सुमित के ऊपर यही छोर गिरा था। लाइनमैन की जिम्मेदारी होती है कि लगातार अपने क्षेत्र के तारों की स्थिति देखते रहें। तार ढीले और कमजोर होने से टूट गया। यदि लाइनमैन लगातार निगरानी करते तो तार समय से बदल दिए जाते। ग्रामीणों ने जब इस मामले को लेकर हंगामा करना शुरू किया तो लापरवाही में कार्रवाई करके उन्हें शांत कराया गया।

दातागंज क्षेत्र में जर्जर लाइनों और खंभों का सर्वे करा लिया गया है। बदलवाने के लिए स्वीकृति भी मिल चुकी है। अगले महीने तार और पोल बदलवाने का काम शुरू होना था, लेकिन इसी बीच यह हादसा हो गया। काम जल्दी शुरू कराकर समस्या का स्थायी निदान कराया जाएगा।