राजधानी में दूषित पानी से जुड़ी समस्याओं का समाधान अब 12 घंटे में किया जाएगा. यह जानकारी दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने दी. बीते दिन उन्होंने डीजेबी मुख्यालय में कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट सिस्टम को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. इसमें डीजेबी की हेल्पलाइन सेवा 1916 को ज्यादा प्रभावशाली और तेज बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले किए गए.

सोमनाथ भारती ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सीवर और पानी से जुड़ी शिकायतों का 12 घंटे के भीतर समाधान करना होगा. निर्धारित समय में शिकायतों का निपटारा करने की जिम्मेदारी एडिशनल चीफ इंजीनियर की होगी. दिल्ली जल बोर्ड की हेल्पलाइन सेवा ठीक से काम कर रही है या नहीं, इसको जानने के लिए डीजेबी उपाध्यक्ष ने बैठक के बीच में ही हेल्पलाइन सेवा का रियलिटी चेक भी किया. 

बिना K नंबर के दर्ज कराएं शिकायत

बैठक में सीवर और पानी से जुड़ी शिकायत दर्ज कराने के लिए K नंबर यानी वाटर कनेक्शन नंबर की अनिवार्यता को खत्म करने का फैसला किया गया. सोमनाथ भारती ने बताया कि डीजेबी की हेल्पलाइन 1916 के जरिये शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों को अब अपना K नंबर बताने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बिना इस नंबर को बताए लोग सीवर- पानी से जुड़ी शिकायत दर्ज करा सकेंगे. इससे पहले K नंबर की अनिवार्यता की वजह से काफी शिकायतें दर्ज नहीं हो पाती थीं. 

डीजेबी लॉन्च करेगा चैट बोट्स 

दिल्ली जल बोर्ड में शिकायत दर्ज कराना अब पहले से भी आसान हो जाएगा. अब लोग चैट बोट्स के जरिये भी पानी और सीवर से जुड़ी शिकायत दर्ज करा पाएंगे. बैठक में सोमनाथ भारती ने डीजेबी के कंप्लेन सिस्टम को और आसान बनाने के लिए डीजेबी की चैट बोट्स सुविधा शुरू करने का फैसला किया.  सोमनाथ भारती ने डीजेबी अधिकारियों को 2 दिन में दिल्ली जल बोर्ड का चैट बोट लॉन्च करने का निर्देश दिया है. चैट बोट्स लॉन्च होने से लोगों के लिए दिल्ली जल बोर्ड में अपनी शिकायत दर्ज कराना और भी आसान हो जाएगा. इतना ही नहीं चैट बोट्स के जरिये लोग अपनी शिकायत का स्टेटस भी जान पाएंगे. 

शिकायतकर्ता का फीडबैक होगा अनिवार्य

सोमनाथ भारती ने कहा कि शिकायतों के शीघ्र निपटारे के साथ-साथ यह भी जानना आवश्यक है कि शिकायत पर की गई कार्रवाई को लेकर शिकायतकर्ता का फीडबैक क्या है और क्या वास्तव में अधिकारियों ने शिकायत का निपटारा कर दिया है. उन्होंने कहा कि कई मामलों में देखा गया है कि शिकायत मिलने पर उस पर बिना कार्रवाई किए ही शिकायत को बंद कर दिया जाता है, इसलिए अब शिकायतकर्ता का फीडबैक लेना आवश्यक होगा। अधिकारियों को क्यू आर कोड, लिंक या किसी ऐप के जरिये शिकायतकर्ता का फीडबैक लेने की व्यवस्था शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. 

पाइपलाइन के नुकसान पर जीरो टॉलरेंस 

सोमनाथ भारती ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पानी की पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाने के मामले में दिल्ली जल बोर्ड जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करेगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी प्राइवेट प्लंबर ने दिल्ली जल बोर्ड की पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाता है या पानी का अवैध कनेक्शन लगाया तो ऐसे प्राइवेट प्लम्बर के खिलाफ दिल्ली जल बोर्ड एफआईआर दर्ज कराएगा.