नई दिल्ली । हम जहां भी जाते हैं, अपनी मिट्टी की महक लेकर जाते हैं। संस्कृति, वेश-भूषा और लोक कला भी वही महक है। वह जिधर भी जाती है, अपने जादू से पूरे वातावरण को सुगंधित कर देती है। बीता शनिवार का दिन भी कुछ ऐसा ही रहा, जब माई होम इंडिया की तरफ से दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट फेस्टिवल आयोजन किया गया। आयोजन के दौरान बाहर बारिश की बूंदें गिरती रही, अंदर खचाखच भरा स्टेडियम दिन भर बारिश के बाद की मिट्टी की महक की तरह कलाकारों के जादू से महकता रहा। कोई अपने प्रदेश की वेश-भूषा में सजकर नृत्य करते नजर आया, तो कोई अपनी मातृभाषा के सुरों में गीत गाते। देखते ही देखते ऐसा महौल बन गया कि दर्शक भी अपनी सीटों से उठ कलाकारों के साथ नाचने-गाने लगे। महोत्सव में दिन में नृत्य-संगीत की प्रस्तुति दी गई और शाम को फैशन शो का आयोजन किया गया। माई होम इंडिया के संयोजक व भाजपा से आंध्र प्रदेश के सहप्रभारी सुनील देवधर के नेतृत्व में असम, मेघालय, मणिपुर, सिक्किम, केरल व उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों से आए नृत्य कलाकारों की प्रस्तुतियों से उत्सव को यादगार बना दिया। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. राज कुमार रंजन सिंह, सिक्किम के विधायक नरेंद्र कुमार सुब्बा, मेघालय के पूर्व कैबिनेट मंत्री दसाखिातभा लामरे व अन्य लोग मौजूद रहे। उनका स्वागत देवधर ने पूर्वोत्तर के परंपरागत तरीके से ही किया गया। इस के दौरान अतिथि बीच-बीच में कलाकारों का उत्साहवर्धन करते व उन्हें बधाई देते नजर आए। वहीं, पूर्वोत्तर से आए प्रसिद्ध गायक नील आकाश, रिटो रीबा व ऐस्टर हनामटे समेत कइयों ने अपनी मातृभाषा में गाए गानों से लोगों को झूमने को मजबूर कर दिया। कलाकारों का मनोबल बढ़ाने के लिए इस दौरान अष्टलक्ष्मी नृत्य प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसी क्रम में, कलाकारों की तरफ से केरल का कथकली नृत्य, मणिपुर का लाय हरोबा, मिजोरम का बांस नृत्य, मेघालय का जैंतिया नृत्य समेत अनेक प्रस्तुतियां दी गई।