भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि देश को युवाओं से अनेक आशा और अपेक्षाएं हैं। युवा देश के कर्णधार हैं। कश्मीरी युवा मातृभूमि की रक्षा की प्रतिज्ञा लें। राज्यपाल पटेल शुक्रवार को “वतन को जानो” कश्मीरी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्रालय के सहयोग से नेहरु युवा केंद्र ने जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान (वाल्मी) में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जम्मू और कश्मीर के 6 जिलों के प्रतिभागी शामिल हुए। इस अवसर पर राज्यपाल पटेल ने नेहरु युवा केंद्र की गतिविधियों पर आधारित ब्रोशर का लोकार्पण भी किया।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि कश्मीरी युवा स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लें। उनके आदर्शों का अनुसरण करें। युवाओं के सतत प्रयास और सक्रिय भागीदारी से भारत विश्व गुरु बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों के लिए “वतन को जानो” कार्यक्रम देश को जानने और नए दोस्त बनाने का एक सुअवसर है। पटेल ने प्रतिभागियों को मध्यप्रदेश से वापस जाने के बाद भी पारस्परिक संवाद कायम रखने की समझाईश दी। उन्होंने कहा कि संवाद के लिए परस्पर मोबाइल नंबर और पते का साझा करें। कश्मीर लौटने पर अपने परिवार और समाज के लोगों को प्रदेश की साझा संस्कृति, रीति-रिवाज और विविधता में रची-बसी एकता की ताकत के बारे में बताएं।

सुखद बदलावों को समझकर प्रेरणा लें

राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रतिभागी “वतन को जानो” कार्यक्रम का उपयोग वैश्विक नज़रिए से समाज, देश और भविष्य के सकारात्मक चिंतन को सुदृढ़ बनाने में करें। उन्होंने कहा कि पारस्परिक सांस्कृतिक परंपराओं, भावनात्मक मान्यताओं, जीवन दर्शन और नैतिक मूल्यों की अद्भुत एकता को समझें। राज्यपाल पटेल ने कहा कि कश्मीरी युवा मध्यप्रदेश के खान-पान, रहन-सहन, भाषायी अनेकता अभिन्नता के अटूट बंधनों की विरासत को सहेजने और मजबूत बनाने का प्रयास करें।  देश की समकालीन संस्कृति और सभ्यता के विभिन्न पहलुओं में हो रहे, सुखद बदलावों को समझें और उनसे प्रेरणा लें।

कार्यक्रम में मौजूद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मणिशंकर शर्मा ने कश्मीरी युवाओं से कर्तव्यनिष्ठा, समर्पण और लगन आदि नैतिक मूल्यों को जीवन में उतारकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग देने की अपील की। नेहरु युवा केंद्र के निदेशक डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने बताया कि कश्मीरी प्रतिभागियों को वायु सेना के एयर शो और भोपाल के महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलो का भ्रमण भी कराया जाएगा। उप निदेशक अरविन्द शुक्ल ने आभार माना।