दिल्ली । दिल्ली एनसीआर सहित पूरे देश में किसानों की पराली अब प्रदूषण का कारण नहीं बनेगी। बल्कि पराली के जरिए कई इसतरह के सामान बनाए जा सकते हैं, जो लोगों की जिंदगी में रोजाना इस्तेमाल होते हैं। इसकी पहल लखनऊ के रोबोटिक साइंटिस्ट और ड्रोन मैन ऑफ इंडिया मिलिंद राज ने कर दी है। उनकी ओर से इसतरह के रोबोट बनाए जा रहे हैं, जो पराली के द्वारा घर के सामानों को बनाएंगे। 
मिलिंद राज ने बताया कि पराली से हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनसीआर में ज्यादा प्रदूषण होता है। पराली को जब जलाया जाता है तब उससे प्रदूषण बनता है। बताया कि उनकी ओर से कई रोबोट बनाए जा रहे हैं जो पराली का सही इस्तेमाल करेंगे। पराली का सही इस्तेमाल होने से किसान पराली को जलाएंगे नहीं और लोगों को प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। 
मिलिंद ने बताया कि हर क्षेत्र का किसान अलग-अलग होता है। इसके बाद जो गरीब किसान, उन किसानों से पराली खरीद कर उसकी ज्यादा कीमत दी जाएगी, जबकि जो आर्थिक रूप से मजबूत किसान होगा, उससे पराली कम कीमत पर खरीदी जाएगी। लेकिन इस स्थिति में दोनों ही किसानों को फायदा इसमें होगा। यह भी बताया कि पेटेंट फाइल कर दिया गया है। बड़ी संख्या में रोबोट तैयार किए जा रहे हैं।  राज ने बताया कि सभी रोबोटिक बॉडी स्ट्रक्चर कवरिंग आउटर लेयर पराली की ही होगी। साथ ही रोबोट के जरिए पराली के दूसरे सामानों को भी तैयार किया जाएगा, जिसका इस्तेमाल किया जाएगा। उस सामान का इस्तेमाल आम जनता भी कर सकती है। बताया कि अब इस पूरे प्रोजेक्ट पर मंथन किया जा रहा है।