उत्तराखंड के नैनीताल जिले में नीम करौली बाबा (Neem Karoli Baba) का कैंची धाम (Kainchi Dham Nainital) स्थित है. यहां हर महीने लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन को पहुंचते हैं. फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली, अभिनेता अनुपम खेर, राजपाल यादव, शक्ति कपूर, बीजेपी सांसद रवि किशन, हिमांशी खुराना समेत अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां बाबा में आस्था रखती हैं. नीम करौली बाबा के दर्शन कर आप भी नए साल की शुरुआत करें. कैंची धाम ट्रस्ट के प्रबंधक प्रदीप शाह ने बताया कि पहाड़ के लोग नीम करौली बाबा को हनुमान जी का स्वरूप मानते हैं. बाबा की लीला में हनुमान जी का स्वरूप दिखाई देता है. नीम करौली बाबा बाल्यकाल में ही गुजरात चले गए थे. उसके बाद फर्रुखाबाद, लखनऊ, कानपुर, ऋषिकेश, वृंदावन, शिमला और नैनीताल में बाबा ने हनुमान मंदिर स्थापित किए. जहां-जहां बाबा रुके, वो स्थान हनुमानमय होता चला गया.

प्रदीप शाह बताते हैं कि साल 1962 में बाबा पहली बार कैंची आए थे और यहां हनुमान मंदिर की नींव रखी. उन दिनों न यहां रोड थी, न ही बिजली-पानी. एक भक्त ने बाबा से पूछा आप यहां मंदिर बना रहे हैं, ऐसी जगह पर कौन आएगा. तब बाबा ने उत्तर दिया विश्व आएगा यहां. बाबा ने सिद्धि मां से कहा था कि 50 साल बाद कैंची धाम का स्वरूप बदल जाएगा और आज बाबा को शरीर त्यागे पूरे 50 साल हो चुके हैं. आज कैंची धाम में दुनियाभर से लोग आ रहे हैं.

नवंबर 2022 में आए थे विराट कोहली

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली (Virat Kohli) पत्नी अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) के साथ 17 नवंबर 2022 को कैंची धाम आए थे. जिसके बाद उन्होंने खेल के मैदान में पासा ही पलट दिया. विराट के आने के बाद यहां भक्तों के आने की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ. वह बताते हैं कि बाबा भी हनुमान जी की तरह अजर अमर हैं और सबकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. यही वजह है कि आम लोग हों या फिर सेलिब्रिटी, सभी बाबा की दर पर मत्था टेकने आते हैं.

देश के कोने-कोने से आ रहे श्रद्धालु

महाराष्ट्र से कैंची धाम पहुंचे सचिन ने बताया कि उनकी नीम करौली बाबा के प्रति काफी आस्था है. वह पांचवीं बार कैंची धाम आ रहे हैं. उन्हें बाबा जी के इस धाम के बारे में सोशल मीडिया से जानकारी मिली थी. महाराज जी अपने हर भक्त की मनोकामना जरूर पूरी करते हैं.

कैसे पहुंचे कैंची धाम?

नैनीताल स्थित कैंची धाम आने के लिए आपको हल्द्वानी-काठगोदाम से बस, टैक्सी या शेयरिंग कैब आसानी से मिल जाएगी. काठगोदाम से भीमताल-भवाली होते हुए आपको सबसे पहले भवाली आना होगा. यहां से रानीखेत-अल्मोड़ा मार्ग में करीब 12 किलोमीटर आगे कैंची धाम स्थित है. नैनीताल से भी सिटी बस आदि के माध्यम से आप यहां पहुंच सकते हैं.