दुमका के सरैयाहाट और गोड्डा के महागामा क्षेत्र में रविवार को पानी भरे तालाब व गड्ढे में डूबकर छह बच्चों की मौत हो गई। दोनों घटनाओं से संबंधित परिवारों और आसपास के क्षेत्र में मातम पसरा है। वहीं, दोनों घटनाओं पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक प्रदीप यादव तथा दीपिका पांडेय समेत क्षेत्र के अन्य लोगों ने गहरा दुख जताया है। पहली घटना दुमका के सरैयाहाट प्रखंड के चरकापाथर पंचायत के पिंडरा गांव की है, जहां पोखर में नहाते वक्त चार बच्चों की मौत हो गई। मृतकों में 12 वर्षीय कुंदन कुमार पिता श्याम यादव, 10 वर्षीय रेखा कुमारी पिता सुबोध मांझी 12 वर्षीय ज्ञानगंगा कुमारी पिता छविकांत मांझी और 10 वर्षीय नंदनी कुमारी पिता संतोष मांझी शामिल हैं। इस घटना में जान इस हादसे में जान गंवाने वाली तीन लड़कियां आपस में चचेरी बहनें हैं जबकि 12 वर्षीय कुंदन यादव अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। सुबोध मांझी, छविकांत मांझी और संतोष मांझी तीनों भाइयों ने अपनी एक-एक बेटी खो दी। वहीं श्याम यादव के घर का इकलौता चिराग बुझ गया। उधर, दूसरी घटना में गोड्डा के महागामा थाना क्षेत्र के मोहनपुर-कोगाटाड़ बहियार में रविवार को पानी से भरे गड्ढे में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। दोनों बच्चे घर से बकरी चराने निकले थे। इसी क्रम में वह पानी से भरे गड्ढे में गिर गए। स्थानीय लोगों के सहयोग से दोनों बच्चों को गड्ढे से निकालकर रेफरल अस्पताल महागामा लाया गया, जहां डाक्टर ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। जान गंवाने वालों में मोहनपुर निवासी रहीम अंसारी का आठ वर्षीय पुत्र रेहान अंसारी और अताउल अंसारी का आठ वर्षीय पुत्र तौफीक शामिल हैं। यहां बीते माह तालाब में डूबने से तीन बच्चों सहित एक युवक की मौत हो गई थी। दुमका के सरैयाहाट में रविवार को स्कूल में अवकाश की वजह से तीनों बच्चियां और अपने हमउम्र एक लड़के के साथ बाहर खेल रही थीं। इस बीच अपनी दादी को कपड़ा लेकर पथरिया पोखर की ओर जाते देख बच्चियां भी उनके पीछे-पीछे स्नान करने चल दीं। साथ में खेल रहा कुंदन कुमार भी साथ-साथ पहुंचा। पोखर पहुंचने पर दादी कपड़ा साफ करने लगी। वहीं बच्चे स्नान करने के लिए तालाब में उतर गए। तालाब की गहराई अधिक होने और पानी भरा होने के कारण सभी डूब गए।