भोपाल । मध्य प्रदेश में एक ओर जहां भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती लगातार प्रदेश में नई नीति लाने की बात कर रहीं हैं। वहीं इस बार मध्य प्रदेश में शराब की नई नीति पर पेंच उलझ गया है। इसमें शराब दुकानों के अहातों को बंद करने पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है। इसके अलावा देसी शराब के दामों में इजाफा हो सकता है, जबकि शराब के लाइसेंस के नियमों में भी बदलाव संभावित है।
इसमें लिमिट को बढ़ाया जा सकता है। रॉ-मटेरियल को लेकर भी सख्ती बढ़ाने की तैयारी है। बता दें कि प्रदेश में एक अप्रैल से नई आबकारी नीति लागू होती है। इसके चलते जनवरी में ही नीति घोषित हो जाती है। एक महीने का समय टेंडर व अन्य प्रक्रिया में लगता है, लेकिन इस बार नीति उलझ गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के स्तर पर भी दो बार चर्चा हो चुकी है।
सबसे ज्यादा पेंचीदगी अहातों को बंद करने को लेकर है। इसको लेकर नए नियम लाए जा सकते हैं, जिसमें सख्ती बढ़ाने की तैयारी है। बार का लायसेंस लेने और देसी शराब की कीमत को लेकर भी बदलाव संभावित है। रॉ-मटेरियल के संचालन को लेकर पूरा रिकॉर्ड अब पेश करना होगा। इसमें मासिक निगरानी का सिस्टम भी लाया जा सकता है।
इस बार नीति में गंभीर ऐतराज वाली जगहों से दुकान को शिफ्ट करने की सुविधा को जोड़ा जा सकता है। खास तौर पर धार्मिक स्थल व स्कूलों से 500 मीटर के भीतर की दुकान को लेकर यह नियम लाया जा सकता है। इसमें उन दुकानों को भी शिफ्ट नहीं किया जाएगा, जिन देसी दुकानों पर पिछले साल विदेशी भी बेचने की अनुमति दी गई थी।