भागलपुर की तिलकामांझी यूनिवर्सिटी लगातार अपने अजब-गजब कारनामों की वजह से सुर्खियों में बनी रहती है. कभी विश्वविद्यालय में कुल सचिव की पिटाई हो जाती है, कभी कागज ना होने की वजह से डिग्री पेंडिंग रहती है, सेशन लेट हो जाता है. इस बार तो हद हो गई. यहां नंबर टेंपरिंग कर 25 छात्रों को पास कर दिया गया. मामला उजागर होने पर राज भवन ने संज्ञान लिया है और जांच का आदेश दिया हैय मामले में राजभवन ने विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. हालांकि इस मामले पर अब तक विश्वविद्यालय ने पर्दा डाल रखा था.

2023 में तिलकामांझी विश्वविद्यालय से एफिलेटेड तारड़ कॉलेज में छात्रों के अंक में धांधली की गई थी. इंग्लिश ऑनर्स पार्ट 2 की परीक्षा रिजल्ट में हेरा फेरी करने का मामला उजागर हुआ है. राज भवन ने ताडर कॉलेज के 25 छात्रों का नाम लिखकर विश्वविद्यालय को भेजा है. इसमें कहा गया है कि इन लोगों के अंक पत्र में टेंपरिंग की बात कही जा रही है, इस पर जांच हो और कार्रवाई किया जाए. राजभवन से पत्र मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जांच कमेटी गठित कर दी गई है और इसकी जांच की जा रही है.

मामले को लेकर प्रभारी कुलपति का कहना है कि राजभवन से पत्र आया है और इसको लेकर जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट कुलपति को सौंपी जाएगी. इसके बाद जितने लोग दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी. विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं का कहना है कि पिछले 2 साल से लगातार इस तरह के मामले को लेकर छात्र आंदोलन करते रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय में अराजक स्थिति है. ऐसे और कई मामले हो सकते हैं जिसको लेकर जांच कराने की जरूरत है.

आरोप है कि यहां की जांच कमेटी का क्या हाल है यह सब को पता है. कई जांच कमिटियां बनीं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और ना ही रिपोर्ट सामने आया. इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए. मामले को लेकर कुलपति ने कहा कि जांच की जा रही है. रिपोर्ट के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. सवाल खड़े हो रहे हैं कि पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य के साथ कहीं ना कहीं इस कार्य में जुटे लोग खिलवाड़ कर रहे हैं. विश्वविद्यालय में नंबर टेंपरिंग का मामला काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.