नई दिल्ली । अगले वित्त वर्ष में घरेलू कमर्शियल वाहन की बिक्री सात फीसदी तक घटने की आशंका जताई जा रही है। बाजार के जानकारों का कहना है ‎कि उच्च आधार प्रभाव की वजह से चार से सात प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है। मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा कि आम चुनावों से पहले आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण जनवरी-मार्च तिमाही में बुनियादी ढांचागत गतिविधियों में रुकावट के कारण बिक्री कम रह सकती है। एजेंसी ने कहा ‎कि अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 में घरेलू सीवी उद्योग की मात्रा में सालाना दो से पांच प्रतिशत की वृद्धि होगी। इसके बाद वित्त वर्ष 2024-25 में भी उद्योग की तीव्र वृद्धि का सिलसिला थमने की उम्मीद है जब बिक्री में चार से सात प्रतिशत की गिरावट आएगी।
इस संबंध में इक्रा रेटिंग्स की उपाध्यक्ष और सह-समूह प्रमुख किंजल शाह ने उम्मीद जताई कि कमर्शियल वाहनों की दीर्घकालिक मांग बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे पर पूंजीगत व्यय का सिलसिला कायम रहने, बुनियादी ढांचे, निर्माण, रक्षा और विनिर्माण गतिविधियों में निजी भागीदारी पर जोर कमर्शियल वाहन उद्योग के लिए लंबे समय तक सकारात्मक रहेगा। हालांकि निकट अवधि में आम चुनाव के कारण कुछ क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों में मामूली नरमी के बीच बिक्री उच्च आधार पर स्थिर रह सकती है।