शेयर बाजार का सकारात्मक रुख को देखते हुए शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबर गया। आज अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे बढ़कर 83.13 पर पहुंच गया।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि कच्चे तेल की मजबूत कीमतों और विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती के कारण रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है, जबकि सकारात्मक घरेलू इक्विटी ने गिरावट को कम किया है।

रुपये के कारोबार

इंटरबैंक विदेशी मुद्रा पर, घरेलू इकाई 83.13 पर खुली, जो पिछले बंद के मुकाबले 10 पैसे की वृद्धि दर्ज करती है। गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 83.23 पर आ गया।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों को उम्मीद है कि मजबूत डॉलर और कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के कारण रुपया नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ कारोबार करेगा। निराशाजनक यूरोपीय डेटा से डॉलर को और समर्थन मिल सकता है।

डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं की मजबूती को दिखाता है। ड़लर इंडेक्स के अनुसार डॉलर 0.15 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 104.89 पर आ गया। इस बीच, वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.61 प्रतिशत गिरकर 89.37 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

शेयर बाजार का हाल

आज 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 168.59 अंक या 0.25 प्रतिशत बढ़कर 66,434.15 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, एनएसई निफ्टी 41.80 अंक या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 19,768.85 पर पहुंच गया।

एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे, क्योंकि उन्होंने 758.55 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।