अजमेर | धौलपुर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) चेतन चौहान ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनकी पत्नी शीना चौहान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जोधपुर में असिस्टेंट मैनेजर हैं। उनके अपनी पत्नी से पारिवारिक मतभेद चले आ रहे हैं। कुछ दिन पहले पत्नी शीना चौहान उनके सरकारी आवास प्रोफेसर कॉलोनी धौलपुर पर आई थी। तब पत्नी लैपटॉप चुराकर ले गई थी।रिपोर्ट में अधिकारी ने बताया कि जब लैपटॉप चोरी होने की भनक लगी, तो पत्नी को इस बारे में बताया। लेकिन पत्नी ने लैपटॉप वापस नहीं किया और वे इस मामले से अनजान बनने का नाटक करती रही। आरएएस अधिकारी ने आरोप लगाया कि सरकारी लैपटॉप के अंदर महात्मा गांधी मनरेगा के रिकॉर्ड के साथ अन्य महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज और पोर्टल आईडी पासवर्ड सेव हैं। रिपोर्ट में आरोप है कि पत्नी शीना चौहान और साली मीनू शंकर ने लैपटॉप से महत्वपूर्ण डाटा चुराने के साथ फोटो भी ले लिए हैं। फोटो को आपत्तिजनक स्थिति में एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।

श्मशान घाट में पूजा करने के फोटो वायरल

RAS अफसर का आरोप है कि पत्नी ने उनकी मां के पर्सनल मोबाइल पर भी फोटो शेयर किए हैं। इसके साथ ही धौलपुर जिले में भी फोटो वायरल किए जा रहे हैं। आरएएस अधिकारी ने बताया पत्नी ने उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की है।जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन चौहान के सोशल मीडिया पर जो फोटो वायरल हुए हैं। उनमें से एक फोटो में चेतन चौहान धौलपुर श्मशान घाट में जली हुई चिता के समक्ष आसन मारकर बैठ कर पूजा अर्चना और तंत्र क्रिया करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

हालांकि, इस फोटो को लेकर चौहान का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान उनकी सास का निधन हुआ था। तब अपनी सास को श्रद्धांजलि देने के लिए श्मशान घाट पर वह गए थे। दूसरा फोटो एक कमरे के अंदर मुंह पर कालिख पोत कर विचित्र अवस्था में आरएएस अधिकारी चोहान का वायरल हो रहा है। वायरल फोटो को लेकर चेतन चौहान का कहना है कि उनकी पत्नी और साली ने फोटो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल किए हैं।

पत्नी ने दहेज एक्ट का मामला कराया है दर्ज

दूसरी ओर RAS चेतन चौहान की पत्नी शीना चौहान जो जोधपुर शहर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने पति के खिलाफ दहेज एक्ट का मामला दर्ज कराया है। दहेज के साथ पत्नी ने चौहान पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। इसके अलावा दांपत्य जीवन का ईमानदारी से निर्वहन नहीं करने के भी आरोप लगाए हैं।