भीषण गर्मी और लू के लिए पहचाने जाने वाले माह में रिकॉर्ड वर्षा अब मई में दिसंबर जैसा कोहरा भी देखने को मिल गया है। बृहस्पतिवार सुबह दिल्ली एनसीआर में छाए घने कोहरे ने हर किसी को हतप्रभ कर दिया।

मौसम विभाग के मुताबिक सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर सिर्फ महज 100 मीटर रह गया। सुबह साढ़े आठ बजे भी यह सुधर कर केवल 300 मीटर तक ही पहुंचा। इसी तरह पालम एयरपोर्ट पर भी दृश्यता का स्तर एक हजार से 1800 मीटर तक ही दर्ज हुआ।

आलम यह रहा कि सड़कों पर आवागमन में भी लोगों को परेशानी हुई। हालांकि धूप निकलने के बाद कोहरे का असर काफी कम हो गया। मौसम विज्ञानियों ने वर्षा के कारण वातावरण में मौजूद नमी को इसकी मुख्य वजह बताया है।

दूसरी तरफ आज न्यूनतम तापमान का भी आल टाइम रिकॉर्ड बनते बनते रह गया। दिल्ली में आज का न्यूनतम तापमान रहा है सामान्य से 9 डिग्री कम 15.8 डिग्री सेल्सियस जबकि मई 1969 में आल टाइम रिकॉर्ड है 15.2 डिग्री सेल्सियस के नाम। यानी .6 डिग्री और कम होता तो यह आल टाइम रिकॉर्ड बन जाता। हालांकि तब भी यह 1969 के बाद सम्भवतया 54 साल में सबसे कम है।

मौसम विभाग के मुताबिक आज दिन में आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। कहीं कहीं हल्की वर्षा या बूंदाबांदी होने की भी संभावना है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।

अब खत्म होने लगेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर

हालांकि तापमान में बृहस्पतिवार से ही वृद्धि होने लगेगी। बृहस्पतिवार को जहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 32 एवं 17 डिग्री रह सकता है। वहीं, सोमवार तक यह 36 और 21 डिग्री तक चला जाएगा।

स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभों और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर अब खत्म होने को है। अगले तीन चार दिन जो हल्की वर्षा होगी, वह नमी के कारण होगी। हालांकि गर्मी बढ़ती जाएगी।