प्रयागराज । कांग्रेस अपनी नई रणनी‎ति के साथ अब पूर्वांचल पर पकड़ बनाने की को‎शिश कर रही है। बताया जा रहा है ‎कि नेहरू की कर्मभू‎मि रहे फूलपुर से ‎प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है। यूपी के प्रयागराज में इन दिनों राजनीतिक हलचल के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं, पंडित जवाहरलाल नेहरू के कर्मभूमि रहे फूलपुर को लेकर कयासों का दौर चल रहा है। विपक्षी गठबंधन इं‎डिया को आकार देने में मुख्य भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनावी मैदान में उतरने की अटकलें के बाद अब प्रियंका गांधी का नाम सामने आ गया है। कांग्रेस यहां से प्रियंका गांधी को चुनावी मैदान में उतारने की बात कर रही है। यूपी के राजनीतिक मैदान में कांग्रेस की स्थिति लगातार खराब दिख रही है। यूपी चुनाव 2022 में कांग्रेस 2 फीसदी से कुछ अधिक वोट शेयर हासिल कर सकी और दो सीटों पर पार्टी को जीत मिली। लोकसभा 2019 में भी पार्टी को केवल रायबरेली से सफलता मिली। जहां से सोनिया गांधी ने जीत दर्ज कराई थी।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस प्रदेश में नई रणनीति के साथ उतरने की तैयारी कर रही है। पार्टी पूर्वांचल में भाजपा की रणनीति को टक्कर देने के लिए अमेठी से राहुल गांधी, रायबरेली से सोनिया गांधी और फूलपुर से प्रियंका गांधी को चुनावी मैदान में उतरने की योजना तैयार करती दिख रही है। इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार कराए जा रहे हैं। कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनते ही अजय राय ने राहुल गांधी के अमेठी और प्रियंका गांधी के वाराणसी से लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने की घोषणा कर दी। हालांकि, बाद में वे सफाई मोड में नजर आए। उन्होंने कहा कि वे इसके लिए दोनों नेताओं को मनाएंगे। यूपी में कांग्रेस इं‎डिया के बैनर तले ही चुनावी मैदान में उतर सकती है। ऐसे में पार्टी की कोशिश अधिक से अधिक सीटों पर अपना दावा करने की होगी। 
जानकार बता रहे हैं ‎कि यूपी के राजनीतिक मैदान में चुनाव को लेकर एक अलग माहौल दिख रहा है। पूर्वांचल में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए ओमप्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान जैसे ओबीसी चेहरों को अपनी तरफ किया है। इसके अलावा पार्टी पसमांदा मुस्लिम के मुद्दे को उठाकर इस वर्ग के वोट बैंक में भी सेंधमारी की कोशिश करती दिख रही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी पूर्वांचल में अकेली नजर आ रही है। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्वांचल में जब समाजवादी पार्टी के साथ ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और अपना दल कमेरावादी का साथ था, तो गठबंधन ने कई सीटों पर एनडीए को कड़ी टक्कर दी थी। कांग्रेस इस पूरे इलाके में अपने बड़े चेहरों को उतारकर पकड़ को बढ़ाने की कोशिश में है।