लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है और झारखंड में सियासी सरगर्मी भी तेज है. लेकिन, सीट को लेकर पेंच अभी भी फंसा हुआ है. एनडीए गठबंधन के द्वारा 3 सीटों पर अभी भी घोषणा नहीं हुई है. तो वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन में सभी सीटों पर सस्पेंस बरकरार है. भले ही सीटों को लेकर पार्टियों के अंदर स्पष्ट स्थिति नहीं है. लेकिन, एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का दौर चल रहा है.

सीटों के बंटवारे पर महागठबंधन की हो रही देरी पर कटाक्ष करते हुए बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उन्होंने आज तक एक भी सीट पर घोषणा नहीं की. क्योंकि उनके पास उम्मीदवारों का टोटा है. दरअसल, नरेंद्र मोदी की आंधी में कोई टिकना ही नहीं चाहता, लड़ना ही नहीं चाहता और इनके कई सिटिंग विधायक और बड़े नेताओं ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और यह जो देरी हो रही है. उसके पीछे की असली वजह यही है कि उनकी नाव डूब रही है, पकड़-पकड़ कर कितना सवार कर पाएंगे, यह आने वाला समय बताएगा.

भारतीय जनता पार्टी के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस में कहा कि इंडिया गठबंधन के अंदर सीट को लेकर खाखा तैयार है और बहुत जल्द सीट शेयरिंग से लेकर प्रत्याशियों की भी घोषणा हो जाएगी. इसमें किसी को बेचैन होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरकर चुनाव लड़ता है और संगठन चुनाव लड़वाने का काम करती है. यहां सभी सीटों पर हमारे संगठन की मजबूत तैयारी है और हम लगातार जनता के संपर्क में हैं. हमें यह लगता है कि प्रत्याशी कोई भी होगा, वह स्वाभाविक तौर पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और इस राज्य में इंडिया गठबंधन सभी सिम जीतने का काम करेगी.

बीजेपी प्रवक्ता मनोज पांडे पर पलटवार करते हुए जेएमएम ने कहा कि किसकी पार्टी में उम्मीदवारों का टोटा है ये तो चतरा और धनबाद की खाली सीट बता रही है. तो वहीं बीजेपी यह चाहती है कि बौरो नेताओं के बदौलत चुनाव जीत ली. लेकिन, ऐसा मुमकिन नहीं और रही बात मोदी की आंधी की तो यहां पर हेमंत सोरेन की सुनामी चल रही है और झारखंड की जनता उन्हें उनकी असली जगह दिखाएंगी और जब वह झारखंड के गांव में जा रहे हैं तो उन्हें इस बात का एहसास भी हो रहा है कि वहां पर उनके लिए बैरियर लगा दिए गए हैं.