रांची पुलिस ने नेता सह जमीन कारोबारी सुभाष मुंडा हत्याकांड में शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्र से 45 जमीन कारोबारियों को उठाया है। नगड़ी, कांके और मांडर थाना में रखकर इनसे पूछताछ की जा रही है। इनमें ज्यादातर जमीन कारोबारी ऐसे हैं, जिनके विरुद्ध पहले से ही मामले दर्ज हैं। पुलिस ने हाल के दिनों में हाईकोर्ट के आदेश पर ऐसे जमीन कारोबारियों की सूची तैयार की थी, जो आए दिन विवाद में रहा करते हैं। पुलिस ने सूची के आधार पर जमीन कारोबारियों को उठाया है। इनके अलावा पुलिस ने कुछ ऐसे दागी किस्म के युवकों को भी उठाया है, जो हाल के दिनों में जेल से बाहर निकले हैं। पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही इस कांड का पर्दाफाश हो जाएगा। डीआइजी और एसएसपी स्वयं इस पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार ग्रामीणों की मदद के लिए सुभाष मुंडा अक्सर सामने आ जाया करता था। दलादली में एक रास्ता के लिए उसने लंबी लड़ाई लड़ी थी। इस वजह से वह ग्रामीणों का चहेता बन गया था। सुभाष हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस ने इस क्रम में दलादली के समीप के कई सीसीटीवी फुटेज खंगाला है।

सीसीटीवी फुटेज में शूटरों का चेहरा स्पष्ट नहीं

फुटेज में शूटरों को देखा जा रहा है, लेकिन उनका चेहरा स्पष्ट नहीं है। शूटरों की बाइक का नंबर भी पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस घटना स्थल का काल डंप निकाल रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि घटना के वक्त कौन-कौन से मोबाइल धारक घटनास्थल पर थे। इसके बाद पुलिस सभी का सत्यापन करेगी। एसआइटी ने इस सुभाष मुंडा की हत्या के बाद से कई क्षेत्रों में छापेमारी की, लेकिन अबतक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इधर, होटवार स्थित जेल में बंद डब्लू कुजूर और राहुल कुजूर पर भी पुलिस की नजर है। जमीन कारोबारी कमल भूषण हत्याकांड में दोनों आरोपित हैं।