जयपुर । प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को ‘क्वालिटी एजुकेशन‘ के लिए शिक्षक प्रशिक्षणों में इनोवेटिव एप्रोच को अपनाते हुए टीचर्स ट्रेनिंग की गुणवत्ता पर फोकस किया जाएगा। इसके तहत आने वाले दिनों में राज्य में टीचर्स के लिए विशेष प्रशिक्षण, रिफ्रेशर कोर्स एवं इंडक्शन ट्रेनिंग सेशंस समयबद्ध रूप से आयोजित होंगे। यह बात स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने जयपुर में आयोजित दो दिवसीय राजस्थान एजुकेशन रीट्रीट वर्कशॉप के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कहीं। 
इस विशेष कार्यशाला में स्कूल शिक्षा विभाग के मासिक वेबिनार बात आपकी हमारी और राजस्थान के शिक्षक सितारे कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अपने शैक्षिक नवाचारों के लिए चयनित शिक्षक सितारों के साथ सरकारी स्कूलों अलग-अलग समूहों में शिक्षा अधिकारियों और शिक्षाविदों द्वारा क्वालिटी एजुकेशन कांसेप्ट पर मंथन किया जा रहा है।शासन सचिव श्री जैन ने कहा कि सरकारी स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन के लिए टीचर्स ट्रेनिंग की दिशा में इनोवेटिव एप्रोच के साथ प्लानिंग जरूरी है। उन्होंने कार्यशाला में भाग ले रहे शिक्षक सितारों को मोटिवेट करते हुए कहा कि वे खुलकर अपने आइडियाज शेयर करे, जिससे यहां क्रिएट होने वाली एनर्जी का अधिकतम सदुपयोग करते हुए प्रदेश में शिक्षा के स्तर में निरंतर सुधार के लक्ष्य को साकार किया जा सके। उन्होंने टीचर्स ट्रेनिंग को रोचक बनाने के लिए इसमें केस स्टडीज को शामिल करने पर बल दिया, वहीं टीम बिल्डिंग और मैनेजमेंट से जुड़ी कई व्ययहारिक बातों को साझा किया।कार्यशाला के मुख्य वक्ता बोध शिक्षा समिति के श्री योगेन्द्र ने कहा कि स्कूलों में क्लास रूम बदलाव के प्रमुख केन्द्र है और शिक्षक इन कक्षा कक्षों की धुरी है।