पाकिस्तान ने इस दुर्घटना को छिपाने की करी पूरी कोशिश
"सच को चाहे लाख छुपाओ, झूठ के परदे में; मगर एक दिन वो बाहर जरूर आता है, झूठ को बेनकाब करने।" यह बात पाकिस्तान पर बिल्कुल फिट बैठती है। पाकिस्तान ने एक झूठ को झुपाने के लिए 100 झूठ बोले, लेकिन सच सामने आ गया और उसके झूठ की कलई खुल गई। पिछले दिनों पाकिस्तान का एक फाइटर जेट क्रेश हुआ। पाकिस्तान ने स्थानीय मीडिया को भी इसकी खबर नहीं लगने दी। कहीं कोई रिपोर्ट नहीं छपी। लेकिन उस फाइटर जेट के लिए उपकरण बनाने वाली कंपनी ने पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब कर दिया। हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले बालाकोट एयर स्टाइक के बाद 27 फरवरी 2019 को जब विंग कमांडर अभिनंदन ने डॉगफाइट के दौरान पाकिस्तान का एक एफ-16 फाइटर जेट मार गिराया था, तब भी पाकिस्तान ने इससे इंकार किया था, लेकिन बाद में इसकी कलई खुल गई थी।
रफीकी एयरबेस के पास हुआ दुर्घटनाग्रस्त
आउट सोर्स इंटेलिजेंस की रिपोर्ट्स के मुताबिक 21 मई मंगलवार को पाकिस्तान एयर फोर्स का मिराज 5 रोज-3 फाइटर जेट पंजाब के शोरकोट रफीकी एयरबेस से रुटीन ट्रेनिंग मिशन पर निकला था। लेकिन उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही वह फाइटर जेट रफीकी एयरबेस से करीब 12 किलोमीटर दूर शोरकोट तहसील में झंग के पास चक संख्या 412 में जेबी चीमियां वाली के पास हादसे का शिकार हो गया है। पायलट की सूझबूझ से मिराज ने खेतों में क्रैश लैंडिंग की। पाकिस्तानी एयर फोर्स ने इस दुर्घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान भी जारी नहीं किया। हालांकि इस हादसे में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। इस घटना के तुरंत बाद पाकिस्तानी एयर फोर्स ने तुरंत पायलट को सुरक्षित निकालने के लिए वहां हेलीकॉप्टर भी भेजे थे।
मीडिया से छुपाई हादसे की बात
मिराज 5 रोज-3 फाइटर जेट को जुनैद नाम का एक पायलट उड़ा रहा था। जो पाकिस्तान एयर फोर्स के 27 स्क्वाड्रन जारार से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। उसकी यूनिफॉर्म में हॉर्स राइडर का बैज लगा हुआ था। पाकिस्तान एयरफोर्स की यही स्क्वाड्रन रफीकी एयर बेस से मिराज 5 की सॉर्टी संचालित करता है। वहीं पाकिस्तान ने इस दुर्घटना को छिपाने की पूरी कोशिश की। वहां तक मीडिया को भी नहीं पहुंचने दिया। हादसे से संबंधित सभी खबरों को सेंसर कर दिया गया। इस हादसे के बाद पाकिस्तान के पत्रकारों ने पाकिस्तानी ऑर्म्ड फोर्स के प्रवक्ता डीजी आईएसपीआर से मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी से इस दुर्घटना लेकर सच्चाई जानने की कोशिश की, लेकिन उनकी तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया। और न ही मीडिया को हादसे की जगह पर पहुंचने दिया गया। दुर्घटना के बाद झंग के एसएचओ और डीएसपी भारी पुलिस बल के साथ तुरंत मौके पर पहुंच गए और इलाके की घेराबंदी कर दी। बताया जा रहा है कि हादसे में विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।
मार्टिन-बेकर ने खोली पोल
वहीं खास बात यह रही कि मार्टिन-बेकर पीआरएम6 सीट लगी हुई थी और समय रहते पायलट इस सीट का उपयोग करके सफलतापूर्वक विमान से बाहर निकलने में सफल हो गया। पाकिस्तान ने इस हादसे को छिपाने की भले ही कितनी कोशिश कर ली हो, लेकिन इस मामले की कलई खुल ही गई। 28 मई को फाइटर जेट के लिए यह सीट बनाने वाली कंपनी मार्टिन-बेकर ने पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करते हुए, इस मामले की सारी परतें खोल दीं। मार्टिन बेकर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, "21 मई को पाकिस्तानी वायु सेना का मिराज 5 विमान, पाकिस्तान एयर फोर्स के रफिकी एयरबेस के पास एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट ने मार्टिन-बेकर PRM6 सीट का उपयोग करके सफलतापूर्वक विमान से बाहर निकलने में सफलता प्राप्त की। इस तरह अभी तक मार्टिन-बेकर की यह सीट 7721 पायलटों की जिंदगियां बचा चुकी है।
मिराज-5 प्रोजेक्ट रोज के तहत कर रहा अपग्रेड
पाकिस्तान भी फाइटर जेट की कमी से जूझ रहा है। पाकिस्तान के पास पहले से ही 92 मिराज-5 और 60 के दशक के 87 मिराज-3 फाइटर जेट हैं। इसके अलावा अमेरिका से मिले 75 एफ-16 फाइटर जेट भी हैं। पाकिस्तान अब 60 के दशक के मिराज-3 फाइटर जेट को अपने बे़ड़े से हटाना चाहता है। इसके लिए पाकिस्तान चीन से JF-17 थंडर, J-7 और J-10C जैसे फाइटर जेट को अपने बेड़े में शामिल कर रहा है। पाकिस्तान अपने पुराने 250 फाइटर जेट्स को बेड़े से हटाना चाहता है, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते ऐसा नहीं कर पा रहा है। पाकिस्तान मिराज-5 फाइटर जेट को भी बेड़े से हटाने से कोशिश में है, लेकिन पैसों की कमी से यह संभव नहीं पा रहा है। इसके लिए पाकिस्तान ने मिराज-5 को अपग्रेड करने की योजना बनाई है, जिसे प्रोजेक्ट रोज (रेट्रोफिट ऑफ स्ट्राइक एलीमेंट) के तहत अपग्रेड किया जा रहा है।
इजिप्ट से खरीदे रिटायर्ड मिराज-5, इसलिए छिपाई हादसे की खबर
वहीं पाकिस्तान ने इजिप्ट से 36 मिराज-5 भी खरीदे हैं, जिन्हें इजिप्ट की सेना ने रिटायर कर दिया। यहां तक कि मिराज बनाने वाली फ्रांस की दसा एविएशन ने भी ये जहाज बनाने बंद कर दिए हैं। पाकिस्तानी वायुसेना ने मिराज-5 को बेहतर इटैलियन रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्धक उपकरणों से लैस किया है। इसके अलावा हवा से हवा में मार करने की मिसाइलों के अलावा, पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका की मदद से मिराज को लंबी दूरी के ग्लाइड बम दागने की क्षमता से भी लैस किया है। साथ ही मिराज रोज फाइटर जेट में रा’द क्रूज मिसाइल दागने का भी परीक्षण किया था, जिसकी मारक क्षमता 350 किमी तक है और यह पारंपरिक या परमाणु हथियार ले जा सकती है। वहीं पाकिस्तान की इस डील का वहां की स्थानीय मीडिया ने जबरदस्त विरोध भी किया था। शायद यही वजह है कि पाकिस्तान ने मिराज 5 जेट की दुर्घटना की खबर मीडिया से छिपाई, ताकि लोगों के विरोध का सामना न करना पड़े।