बिलासपुर । राज्य स्तरीय ओपन शतरंज रेपिड प्रतियोगिता बिलासपुर का आज विधायक शैलेश पांडे ने शुभारंभ किया बिलासपुर में आयोजित ओपन शतरंज चैंपियनशिप में राज्य के लगभग 170 से अधिक खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया है । इस प्रतियोगिता में 30 ऐसे खिलाड़ी भी शामिल है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शतरंज रेटिंग प्राप्त किया है । लखीराम ऑडिटोरियम में आयोजित शतरंज स्पर्धा का शुभारंभ करते हुए राज्य भर से आए शतरंज के खिलाडिय़ोंकका उषा बढ़ाते हुए विधायक शैलेश पांडे ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ी ओलंपिक की शुरुआत की । हमारे बिलासपुर एवं प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का प्रदर्शन करते हुए नाम रोशन कर रहे हैं। खेल का जीवन में बहुत महत्व है। शतरंज खेलने से जहां आदमी स्वस्थ रहता है । एवं तनाव मुक्त एवं संघर्ष के समय का खेल शतरंज का खेल लडऩे की शक्ति भी प्रदान करता है। विधायक पांडे ने यह भी कहा कि बिलासपुर के शतरंज खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस शहर का नाम रोशन किया है। आने वाले समय में इस शतरंज खेल को और व्यापक स्तर पर बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह अपनी ओर से इसके लिए पहल भी करेंगे । इस अवसर पर पार्षद राम बघेल ,एल्डरमैन श्यामलाल चांदनी ब्लॉक अध्यक्ष अध्यक्ष मोती थारवानी के अलावा के अलावा आयोजन समिति शतरंज टूर्नामेंट के अध्यक्ष राकेश शर्मा तथा वरिष्ठ शतरंज खिलाड़ी भोला अग्रवाल संघ के सचिव विक्रांत कक्कड़ कोषाध्यक्ष प्रभात दुबे, प्रभात दुबे सह सचिव अमन तिवारी एवं अभिनव पांडे आदि मौजूद थे आयोजन समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने विधायक शैलेश पांडे का स्वागत किया। शतरंज स्पर्धा के उद्घाटन अवसर पर आलोक सिंह, ,रोहित रजक ,रामकुमार ठाकुर, राजू साहू ,सुभाष गायकवाड, बबलू शर्मा परमेश्वर ठाकुर, मनीष ,दशरथ साहू ,आरके दीक्षित, कृष्णा साहू गोविंद अंगद प्रवीण साहू संजीव मिश्रा समेत अनेक शतरंज खिलाड़ी यहां मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय शतरंज रेटिंग प्राप्त खिलाड़ी भी यहां खेल में शामिल हुए हैं। बिलासपुर शतरंज संघ के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने इस अवसर पर खिलाडिय़ों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि हाल में ही आयोजित विश्व शतरंज प्रतियोगिता में 17 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी और प्रगणनंद नंदनी विश्व चैंपियन मैगनस कार्लसन को को कड़ी चुनौती दी जॉकी जो कि भारत के भारत के उज्जवल भविष्य को दर्शाता है । आने वाले समय मे यदि सही प्लेटफॉर्म और और मूल सुविधाएं खिलाडिय़ों को उपलब्ध कराई जाए तो यहां के खिलाड़ी विश्व स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। एकदिवसीय ओपन शतरंज चैंपियनशिप में स्विस पद्धति के द्वारा सात चरणों में यह प्रतियोगिता अर्जित की गई है। जिसमें जिसमें 6 वर्ष से लेकर 80 वर्ष के उम्र तक के खिलाड़ी स्पर्धा में भाग ले रहे हैं। राजनंदगांव कोरबा , रायपुर बिलासपुर दुर्ग मुंगेली रायगढ़ एवं बिलासपुर संभाग के शतरंज के माहिर खिलाड़ी आज अपने हुनर का यहां प्रदर्शन कर रहे हैं। ज्ञात होगी बिलासपुर से संतोष कुमार कौशिक स्वर्गीय स्वर्गीय संतोष कुमार कौशिक ,योगेश गोरे, प्रफुल्ल शर्मा, दिलीप पंजवानी, बीएल श्रीवास्तव, एम चंद्रशेखर जैसे दिग्गज खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शतरंज की विसात बिछाकर बिलासपुर का नाम रोशन किया है। चैंपियन की दौड़ में आज अंतिम मुकाबले में मोबीन फारूकी और वैभव सिंह वर्मा के बीच रोमांचक मुकाबले में दोनों खिलाडिय़ों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा और आखिरी क्षण में मोबिन फारूकी ने अपने अनुभव का प्रदर्शन करते हुए संघर्षपूर्ण रोमांचक जीत हासिल की। और इस चैंपियनशिप के विजेता बने। सर्वश्रेष्ठ वृद्ध जन सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ बालिका वर्ग बालक वर्ग एवं स्पेशल चैलेंज बेस्ट अनरेटेड एवं अंदर 8, 11 एवं 17 वर्ष के खिलाडिय़ों को विशेष पुरस्कार एवं ट्रॉफी प्रदान की गई।