नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में सीबीआई की जांच का केंद्र झारखंड के हजारीबाग जिले का ओएसिस स्कूल बना हुआ है। अब यहां के एक कोचिंग संस्थान का शिक्षक भी जांच के दायरे में है। मिली जानकारी के मुताबिक, वह ओएसिस प्राचार्य का बेहद करीबी है और नीट परीक्षा के दौरान दोनों के बीच कई बार फोन पर बातें भी हुईं।

हजारीबाग से गिरफ्तार तीन आरोपियों से हुई सीबीआई की पूछताछ में ये बातें सामने आई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, नीट पेपर लीक (NEET UG 2024 Paper Leak Case) के खुलासे से कुछ दिन पहले दोनों के बीच पैसों का ट्रांजैक्शन भी हुआ था। आरोपी शिक्षक के द्वारा कुछ कैंडिडेट्स भी उपलब्ध कराए गए थे। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

सीबीआई टीम की जांच का केंद्र अब भी ओएसिस स्कूल ही बना हुआ है। यहां से पहले प्राचार्य और उपप्राचार्य गिरफ्तार हो चुके हैं। अब दो और शिक्षकों को इसके दायरे को भी जांच के दायरे में लाया गया है। इनकी भी पांच मई को आयोजित हुई नीट की परीक्षा में अहम भूमिका थी। हालांकि, ये अब तक पटना नहीं गए हैं।

विदेश दौरों के बारे में छानबीन में जुटी सीबीआई

सीबीआई की टीम गिरफ्तार तीनों आरोपियों की कुंडली खंगाल रही है। मई में नीट परीक्षा के तुंरत बाद बाली की विदेश ट्रिप को लेकर भी छानबीन की जा रही है।

विदेश दौरे में प्राचार्य सह एनटीए के कॉडिनेटर एहसानुल हक के साथ कौन-कौन गया था? इसकी पूरी जानकारी ली गई है। इस दौरान भी वे किन-किन लोगों के संपर्क में आए।

क्या रिश्तेदारों के एकाउंट में अचानक पैसे आए। इस दौरान कोई बड़ी संपत्ति या वाहन लिए गए। इन सब बिंदुओं पर सीबीआइ की टीम छानबीन कर रही है।

पेपर लीक में ओएसिस का नाम आने के बाद अबतक का एक्शन  

मालूम हो कि नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में ओएसिस स्कूल का नाम आने के बाद पहले बिहार से इओयू और फिर सीबीआइ की टीम ने हजारीबाग में दबिश दी थी।

इओयू की टीम ने ओएसिस स्कूल की भूमिका पर सवाल उठाया था, लेकिन गिरफ्तारी एक भी नही की थी। हालांकि, जैसे ही सीबीआई को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई। इस प्रकरण के परत दर परत खुलते गए।

तीन दिनों  की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआइ नेओएसिस स्कूल के प्राचार्य एहसानुल हक, उप प्राचार्य मो. इम्तियाज आलम व पत्रकार जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था।