गांधीनगर | हथकरघा तथा हस्तकला कारीगरों द्वारा उत्पादित हाथों से बनाई गई वस्तुओं की बिक्री में वृद्धि करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम के रूप में आगामी समय में गुजरात राज्य हथकरथा व हस्तकला विकास निगम (जीएसएचएचडीसी) गुजरात सहित देशभर में नए 18 ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम शुरू करेगा। जीएसएचएचडीसी लिमिटेड द्वारा राज्य की हथकरघा-हस्तकला तथा उसके कारीगरों को प्रोत्साहन देने के लिए ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम चलाए जाते हैं, जहाँ राज्य के छोटे-छोटे गाँवों एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों के हथकरघा-हस्तकला कारीगरों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की बिक्री की जाती है। हाल में गुजरात में 13 तथा गुजरात से बाहर 7 सहित कुल 20 ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम कार्यरत हैं तथा साथ ही एक ई-स्टोर भी कार्यरत है। धार्मिक-पर्यटन स्थलों पर खुलेंगे नए ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य के हथकरघा-हस्तकला कारीगरों को अधिक प्रोत्साहन देने तथा अधिक आय दिलाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण गतिविधियाँ की जा रही हैं और इसके तहत राज्य में आगामी समय में 18 नए ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम शुरू किए जाएंगे। राज्य सरकार तथा जीएसएचएचडीसी ने इसके लिए अब राज्य तथा देश के धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर फ़ोकस करने का निर्णय किया है, जहाँ बड़ी संख्या में पर्यटक-श्रद्धालू उमड़ते हैं। इसी उद्देश्य से अब धार्मिक-पर्यटन स्थलों पर 18 नए ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम शुरू करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
जीएसएचएचडीसी ने गुजरात तथा देश के अन्य धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम शुरू करने के प्रयास प्रारंभ किए हैं। जीएसएचएचडीसी के प्रबंध निदेशक ललित नारायण सिंह सांदु ने इस संबंध में विवरण देते हुए बताया कि गुजरात में कुल 13 स्थानों पर नए ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम खोले जाएंगे; जिनमें सूरत, पालनपुर, पालीताणा, जामनगर, वलसाड, वापी, द्वारका, डाकोर, सोमनाथ, अंबाजी, नवसारी, मोरबी और पावागढ शामिल हैं। इन 13 स्थलों में अधिकांश धार्मिक एवं पर्यटन स्थल हैं। इसी प्रकार गुजरात से बाहर महाराष्ट्र में मुंबई व पुणे में तथा राजस्थान में उदयपुर, नाथद्वारा व जयपुर में नए ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम शुरू करने की कार्यवाही की जा रही है। लाभार्थी कारीगरों की संख्या 10 हज़ार तक पहुँचाने का लक्ष्य : GSHHDC के संयुक्त निदेशक श्री आर. आर. जादव ने ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम के विषय में विवरण देते हुए बताया कि ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियम के साथ हाल में राज्य के लगभग 6 हज़ार कारीगर जुड़े हुए हैं और इस आँकड़े को 10 हज़ार तक पहुँचाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि निगम ने वर्ष 2018-19 से2022-23यानी पिछले 5वर्ष में हथकरघा व हस्तकला से जुड़े लगभग 29,763 कारीगरों से 32 करोड़ 57 लाख 6 हज़ार रुपए के उत्पादनों की ख़रीदारी की है। हाल में कार्यरत 20 ‘गरवी-गुर्जरी’ एम्पोरियमों एवं एक ई-स्टोर के माध्यम से पिछले 5 वर्ष में 60 करोड़ 17 लाख 46 हज़ार रुपए के उत्पादनों की बिक्री की गई है। इस प्रकार, इन नए एम्पोरियमों के शुरू होने से गुजरात की कला विरासत को नया प्लेटफ़ॉर्म प्राप्त होगा तथा कुल मिला कर कारीगरों के लिए रोज़गार तथा आय के नए अवसर उपलब्ध होंगे।