जमीन घोटाला मामले की जांच कर रही ईडी के अधिकारी शनिवार को रांची के बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को भौतिक सत्यापन के लिए बरियातू क्षेत्र में स्थित उस भूखंड पर ले गए, जिसकी अवैध खरीद-बिक्री के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया है।

भानु ने ईडी (ED) की टीम के समक्ष स्वीकार किया कि उसने इसी जमीन की मापी अमीन शशिंदर महतो के माध्यम से कराई थी। भानु ने बताया कि उसे कहा गया था कि ‘बॉस’ की जमीन की मापी करनी है। उक्त जमीन कुल 12 प्लॉट में बंटी है। कौन सा प्लॉट किसने नाम पर है, इसकी जानकारी भी उसने ईडी को दी।

इसके बाद ईड़ी की टीम भानु को साथ लेकर बड़गाई अंचल स्थित कार्यालय पहुंची और उक्त जमीन से संबंधित कई दस्तावेज की जांच की। उक्त जमीन पर रहने वाले केयर टेकर से भी ईडी ने पूछताछ की। उससे भी पूछा गया कि उक्त जमीन किसकी है तथा जमीन पर कौन-कौन लोग आते रहे हैं।

भानु को लेकर ईडी के अधिकारी पहुंचे बड़गाईं अंचल कार्यालय

बरियातू स्थित 8.5 एकड़ जमीन के सत्यापन के बाद ईडी की टीम तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को लेकर बड़गाई अंचल स्थित कार्यालय पहुंची। वहां ईडी की टीम ने उक्त जमीन से संबंधित डीड व कई दस्तावेज की भी जांच की।

ईडी ने अंचल अधिकारी मनोज कुमार के समक्ष ही कई सवाल- जवाब भानुप्रताप से किए। ईडी की टीम उक्त जमीन की पंजी टू को भानु प्रताप के आवास से गत वर्ष छापेमारी के दौरान जब्त की थी। भानु के आवास से ईडी को 11 ट्रंक दस्तावेज मिले थे। इनमें 17 मूल रजिस्टर भी शामिल थे।

ईडी ने बड़गाईं अंचल कार्यालय में अंचल अधिकारी मनोज कुमार से भी इस संबंध में पूछताछ की। हालांकि पूर्व में भानु प्रताप प्रसाद और मनोज कुमार ने ईडी को पूछताछ में बताया था कि उन लोगो ने हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार रहे अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के निजी सचिव उदय शंकर के कहने पर उक्त जमीन की पहले मापी कराई थी। फिर उक्त जमीन का विस्तृत विवरण तैयार किया।

धीरज साहू से हुई बीएमडब्ल्यू कार को लेकर पूछताछ

ईडी ने शनिवार को कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से बरामद बीएमडब्ल्यू कार के संबंध में लंबी पूछताछ की। ईडी ने जानना चाहा कि उनकी कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड उक्त बीएमडब्ल्यू कार हेमंत के आवास क्यों तथा कैसे पहुंची।

इसपर धीरज साहू ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। ईडी ने उनसे और भी कई सवाल पूछे। धीरज साहू के अलावा ईडी ने शनिवार को आर्किटेक्ट विनोद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार रहे अभिषेक प्रसाद तथा साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से भी पूछताछ की।

बिनोद सिंह से ईडी ने लगातार दूसरे दिन उन वाट्सएप चैट से जुड़े सवाल पूछे, जो उसने हेमंत सोरेन को भेजे थे। इनमें ऐसे दर्जनों मैसेज शामिल हैं, जिनमें किसी अधिकारी को जिले का उपायुक्त बनाने तो किसी को जेल अधीक्षक व किसी को उपविकास आयुक्त या अन्य अधिकारी बनाने की सिफारिश करते हुए इसके एवज में रिश्वत देने की पेशकश की गई थी।