पुराने वाहनों को लेकर दिल्ली में नया विवाद: 71 गाड़ियां जब्त नहीं होने पर उठे सवाल

दिल्ली में ज्यादा उम्र के वाहनों पर एक्शन लिया जा रहा है. इनके पेट्रोल भरने पर बैन लगा दिया गया है. इनके पेट्रोल भरने पर रोक लगाने के दूसरे दिन सामने आया कि कैमरे में 78 ओवरएज गाड़ियां कैद हुई, लेकिन सिर्फ 7 गाड़ियों को ही जब्त किया गया.
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के निर्देशों के तहत, दिल्ली भर के पेट्रोल पंपों को मंगलवार से ओवरएज वाहनों को पेट्रोल- डीजल नहीं देने के लिए कहा गया है. अधिकारियों के मुताबिक, कैमरों में 78 ओवरएज गाड़ियां देखी गईं. हालांकि, सिर्फ सात वाहन जब्त किए गए – एक वाहन परिवहन विभाग ने जब्त किया और तीन-तीन दिल्ली पुलिस और एमसीडी ने जब्त किए.
पेट्रोल पंप पर कम हुई गाड़ियों की तादाद
परिवहन विभाग के सूत्रों ने कहा कि 78 वाहन अधिक उम्र के पाए गए, लेकिन उन्हें जब्त नहीं किया गया क्योंकि उनके पास नो-ओबजेकशन सेर्टिफिकेट (NOC) थे. वहीं, इससे पहले मंगलवार को 80 वाहन जब्त किए गए थे.
ये NOC इसलिए इंपॉर्टेंट है क्योंकि इससे वो वाहन किसी अन्य राज्य में रजिस्टर्ड कराया जा सकता है. यानी दिल्ली में भले ही 15 साल से ज्यादा पुराने पेट्रोल वाहनों और 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल वाहनों को चलने की इजाजत न हो लेकिन अन्य राज्यों में वो बेचे जा सकते हैं जहां ऐसे नियम नहीं हैं.
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने कहा कि पेट्रोल पंपों पर बुधवार बहुत सुस्त दिन था. पेट्रोल पंप पर गाड़ियों की तादाद काफी कम रही. साथ ही उन्होंने कहा जहां वाहनों की तादाद पेट्रोल पंप पर कम थी. वहीं, शायद ही कोई ओवरएज वाहन आया हो. उन्होंने कहा कि पहले दिन देखी गई तकनीकी समस्याओं को बुधवार को काफी हद तक सुलझा लिया गया, लेकिन कैमरा प्लेसमेंट में सुधार की जरूरत है.
ओवरएज वाहन ही नहीं करते ज्यादा प्रदूषण
एक और पेट्रोल पंप मालिक ने कहा, अगर हम 60 गाड़ियों में से दूसरे दिन सिर्फ 7 पकड़ पा रहे हैं तो पुनर्विचार की जरूरत है. उन्होंने कहा, हम सभी चाहते हैं कि प्रदूषित वाहन सड़क से हट जाएं, लेकिन अधिक उम्र वाले वाहन हमेशा सबसे अधिक प्रदूषित नहीं होते हैं अगर उनका रखरखाव ठीक से किया जा रहा हो. उन्होंने आगे कहा, दूसरी तरफ, एक नए वाहन का अगर ठीक से रखरखाव नहीं किया जाता है, तो वो अधिक प्रदूषण पैदा करेगा. उन्होंने कहा कि यह देखने की जरूरत है कि क्या एनसीआर से ईंधन लेने वाले ओवरएज वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
मार्च 2025 तक दिल्ली में पुराने वाहनों की अनुमानित संख्या 60 से ज्यादा है. वहीं, 2023 में, 22,000 से ज्यादा ओवरएज वाहन जब्त किए गए थे, जबकि 2024 में 39,000 से अधिक वाहन जब्त किए गए और स्क्रैपिंग के लिए भेजे गए.
जहां बुधवार को सिर्फ 7 वाहनों को जब्त किया गया. वहीं, मंगलवार को 80 वाहनों को जब्त किया गया. वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, इसमें 67 दोपहिया, 12 चारपहिया और बाकी दूसरी कैटेगरी वाले शामिल हैं.
कब से लागू किए गए नियम
इस घोषणा के बाद कि 1 जुलाई से सभी ओवरएज वाहनों को न सिर्फ दिल्ली में ईंधन देने से मना कर दिया जाएगा बल्कि उन्हें जब्त कर लिया जाएगा और स्क्रैपिंग के लिए ले जाया जाएगा, सभी ईंधन पंपों को 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल से चलने वाले वाहनों और 10 साल से अधिक पुराने डीजल से चलने वाले वाहनों की पहचान करने के लिए तकनीक से लैस किया गया है. सीएनजी से चलने वाले वाहनों को कार्रवाई से छूट दी गई है.
आम आदमी पार्टी ने अधिक उम्र वाले वाहनों को ईंधन न देने के फैसले की आलोचना की है. पार्टी ने इस फैसले को जनविरोधी और कॉरपोरेट समर्थक करार देते हुए इसे ”तुगलकी” फरमान करार दिया.