जयपुर। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने राजस्थान के धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व को मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बाद प्रदेश में अब पांच टाइगर रिजर्व हो जाएंगे। सरकार रिजर्व क्षेत्र में बसे हजारों लोगों को विस्थापित करने की तैयारी भी कर रही है। इसके लिए मुआवजा भी दिया जाएगा।रिपोर्ट के मुताबिक, धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में बसे 50 गांवों के चार हजार परिवारों को विस्थापित किया जाएगा।

विस्थापित होने वाले परिवारों को दूसरे स्थान पर जमीन देने के साथ ही नकद राशि भी दी जाएगी। जल्द ही गांवों के विस्थापन को लेकर सर्वे प्रारंभ होगा। विस्थापन के दायरे में आने वाले गांवों को चिह्नित किया गया है।एटीसीए से मंजूरी मिलने के बाद राज्य के वन एवं पर्यावरण सचिव शिखर अग्रवाल ने बुधवार को जयपुर में उच्च स्तरीय बैठक की है।

उन्होंने बैठक में संबंधित अधिकारियों को नये टाइगर रिजर्व को विकसित करने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर होने वाली औपचारिकताओं पर ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।जानकारी के अनुसार, 18 साल से अधिक उम्र सभी पुरुषों को 15-15 लाख के हिसाब से मुआवजा मिलेगा। नियमों में 18 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति को एक परिवार माना गया है।

यदि किसी परिवार में एक अधिक व्यक्ति 18 साल से अधिक उम्र के हैं तो उन सभी को मुआवजा मिलेगा। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व का कुल 1075 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है। एनटीसीए ने कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व को भी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। उल्लेखनीय है कि राज्य में पहले से रणथंभौर टाइगर रिजर्व, सरिस्का टाइगर रिजर्व, मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व हैं।