जयपुर रेलवे स्टेशन पर डीआरआई की बड़ी कार्रवाई, तीन तस्कर गिरफ्तार
रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की एक सफल कार्रवाई में दो किलो 400 ग्राम तस्करी का सोना बरामद किया गया। इस कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से दो को जयपुर रेलवे स्टेशन से और एक को कोलकाता स्टेशन से पकड़ा गया। बरामद किए गए सोने की कीमत बाजार में लगभग 1.80 करोड़ रुपये आंकी गई है।
बांग्लादेश से लाया जा रहा था सोना
डीआरआई के अधिकारियों के अनुसार ये सोना बांग्लादेश के रास्ते भारत में तस्करी कर लाया गया था। तस्करी के इस संगठित गिरोह के सदस्य राजस्थान के नागौर जिले के निवासी हैं। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि गिरोह लंबे समय से सोने की तस्करी में लिप्त था और बांग्लादेश से सोने को भारत लाने के लिए जटिल नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहन सिंह, अनिल शर्मा, और रवि सिंह के रूप में हुई है। डीआरआई ने इन्हें गिरफ्तार करने के बाद तुरंत न्यायालय में पेश किया, जहां कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
स्थानीय बाजार में बेचा जा रहा था सोना
डीआरआई के सूत्रों के अनुसार इस तस्करी के नेटवर्क का विस्तार और अधिक व्यापक हो सकता है। इससे जुड़े अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है। बांग्लादेश से भारत में सोने की तस्करी के इस मार्ग का उपयोग करके बड़ी मात्रा में सोना लाया जा रहा था, जिसे स्थानीय बाजार में बेचा जा रहा था। इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं और तस्करी के नेटवर्क की और परतें खुल सकती हैं।
नागौर जिले के थे तस्कर
राजस्थान के नागौर जिले के इन तस्करों के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से सोने की तस्करी पर अंकुश लगाने के प्रयासों को बल मिला है। डीआरआई के अधिकारी अब इस तस्करी के पीछे के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटे हुए हैं और उनके संपर्कों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस कार्रवाई से सोने की तस्करी पर एक बड़ी चोट पहुंची है और इसके परिणामस्वरूप सोने की काला बाजारी पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
आरोपियों को भेजा न्यायिक हिरासत में
डीआरआई की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने सोने की तस्करी के एक महत्वपूर्ण गिरोह को बेनकाब किया है। न्यायालय में आरोपियों को पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजने से कानून के कठोर कदमों की पुष्टि होती है और तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति दर्शाती है।