भोपाल ।   हमास ने जब इजराइल पर आक्रमण किया तब कांग्रेस में से किसी का एक शब्द नहीं निकला। जो प्रकरण न्यायालय में हो उसे दिग्विजय सिंह कैसे क्लीन चिट दे सकते हैं। मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को ये स्पष्ट करना चाहिए की क्या वे दिग्विजय सिंह के बयान से संतुष्ट हैं। यह बात गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भाजपा मीडिया सेंटर में शुक्रवार को पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कमल नाथ अब तक क्यों शांत हैं, समझ नहीं आता। उन्हें साफ करना चाहिए कि क्या वो दिग्विजय के बयान से ताल्लुक रखते हैं कि नहीं। हमास और पीएफआइ तो बहाना है कांग्रेस को आतंकियों को बचाना है। दिग्विजय सिंह कांग्रेस का बंटाधार करके ही मानेंगे।

डा. मिश्रा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब भी ऐसे विषय आते हैं दिग्विजय हमेशा फ्रंटलाइन में खड़े दिखते हैं। ये गाय पर सवाल उठा देते हैं पर क्या कभी बकरी पर सवाल उठाया है। ये केवल तुष्टीकरण करते हैं। जाकिर नाइक को शांतिदूत और ओसामा जी कहते हैं। आतंकियों की मौत पर आंसू बहाते हैं। मुस्लिमों को डर दिखाकर इकट्ठा करो और हिंदू को जातियों में बांटो की दो मुंही राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि दिग्विजय और कांग्रेस की मानसिकता सनातन विरोधी है। भगवा काे आतंकवाद से जोड़ने, राम मंदिर की तिथि पर सवाल उठाने और महाकाल लोक पर सवाल उठाने वाले दिग्विजय सिंह है। इन्हें किसी दूसरे धर्म पर सवाल उठाते हुए देखा है क्या?

ये वही दिग्विजय सिंह है जो कहते है की केंद्र में सरकार बनने पर 370 फिर से लगाएंगे

डा. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस का यही फसाना है बस्ती भी जलाना है मातम भी मनाना है और आंसू भी बहाना है। ये वही दिग्विजय सिंह है जो कहते है की केंद्र में सरकार बनने पर 370 फिर से लगाएंगे। ये किस आधार पर कहते हैं की पीएफआइ के 97 फीसदी लोग निर्दोष हैं, जबकि पीएफआइ घोषित आतंकी संगठन है। ये दिग्विजय सिंह ही है जिनके शासन काल में सिमी का नेटवर्क मध्य प्रदेश में पैर पसार रहा था। कांग्रेस ने जिस हमास का समर्थन किया, उसका समर्थन किसी मुस्लिम देश ने नहीं किया। जातीय जनगणना भी दिग्विजय सिंह जैसों की ही सोच की उपज है जो हिंदू को बांटकर राज करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमास के खास क्यों देंगे देश का साथ।