भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल ने स्वीकार किया कि उनकी लगातार आलोचना उनके लिए पीड़ादायक थी और वह हैरान थे क्योंकि उनका प्रदर्शन उतना खराब नहीं था। राहुल ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि लोग उनके प्रदर्शन की आलोचना क्यों कर रहे थे। मई में आइपीएल के दौरान चोटिल होने के कारण महीनों तक प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहे राहुल ने पिछले महीने एशिया कप के दौरान टीम में वापसी की जहां वह टीम के तीसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे।

केएल राहुल ने कहा, "काफी आलोचना हो रही थी, लोग प्रत्येक मैच और स्थिति में मेरे प्रदर्शन पर टिप्पणी कर रहे थे। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा था क्योंकि मेरा प्रदर्शन उतना खराब नहीं था, यह काफी पीड़ादायक था।' उन्होंने कहा, 'मैं चोट से गुजरने के दर्द और वापसी की प्रक्रिया को जानता हूं और फिर मुझे आइपीएल के दौरान चोट लगी थी। जब मुझे पता चला कि मुझे चार से पांच महीने का नुकसान होगा और विश्व कप का हिस्सा बनना भी शत प्रतिशत सुनिश्चित नहीं है तो वह बहुत कठिन समय था।"

इस 31 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने विश्व कप में आस्ट्रेलिया के विरुद्ध भारत के पहले मैच में नाबाद 97 रन की पारी खेली जिससे मेजबान टीम ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए छह विकेट से जीत दर्ज की।

राहुल ने कहा, "मेरे दिमाग में सभी चीजें पहले से थी और मैं वापसी की प्रक्रिया जानता था। मैं काफी सकारात्मक रहा और विश्व कप से पहले वापसी करने के लिए मेरी एक ही प्रेरणा थी कि मुझे इस वैश्विक टूर्नामेंट का हिस्सा बनना है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैंने तैयारी शुरू की और हर सुबह जब मैं उठता था तो यही सोचता था कि हमें बस विश्व कप जीतना है और यही मेरी प्रेरणा बनती थी। घरेलू मैदान पर विश्व कप खेलना सभी क्रिकेटरों का सपना होता है और यह सभी के लिए विशेष होता है। मैं इसके लिए काफी उत्साहित हूं।"