वायनाड।  संसद की सदस्यता छिनने के बाद राहुल गांधी पहली बार केरल के वायनाड पहुंचे। राहुल गांधी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा,  भाजपा चाहें तो मुझे जेल में डाल सकती हैं, घर छीन सकती हैं लेकिन वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने से नहीं रोक सकती। राहुल ने कहा कि उन्होंने संसद में प्रधानमंत्री मोदी जी  से सिर्फ आसान से सवाल पूछे थे। जिनका उत्तर उन्होंने नहीं दिया। मैं सवाल पूछता रहूंगा। 
राहुल ने वायनाड में जनसभा संबोधित करते हुए कहा, उन्हें जो करना है करने दीजिए, मुझे जेल में डालना है तो भी कोई बात नहीं। मेरा रिश्ता आप से है। राहुल ने कहा, चार साल पहले मैं यहां आया और यहां से सांसद बना। मैं केरल से नहीं हूं लेकिन आप लोगों ने जो उत्साह और प्रेम से मुझे अपनाया, मुझे ऐसा लगा कि जैसे मैं आपके परिवार का हिस्सा बन गया हूं। मैं आपका भाई और बेटे जैसा बन गया हूं।
मैं संतुष्ट हूं कि मेरा घर ले लिया
राहुल ने आगे कहा, सांसद सिर्फ एक टैग या पद है और बीजेपी मेरा टैग, पद और घर ले सकती है या मुझे जेल में डाल सकती है, लेकिन मुझे वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा, उन्हें लगता है कि मेरे घर पुलिस भेजने से मैं डर जाऊंगा।
वायनाड से पूर्व सांसद राहुल ने कहा, मैं बीजेपी से कई वर्षों से मुकाबला कर रहा हूं, लेकिन हैरानी होती है कि वो अपने विरोधी को समझ नहीं पाए। मैं खुश हूं कि उन्होंने घर ले लिया।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने देखा है कि जब वायनाड में बाढ़ आती है तो बहुत सारे लोग घर खो देते हैं। मैंने आप लोगों से सीखा है। मेरा घर 100 बार छीनो, मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं वायनाड और भारत के लोगों के मुद्दे उठाता रहूंगा।’
राहुल गांधी ने दावा किया, ‘बीजेपी लोगों को बांटती है, लोगों को लड़ाती है, धमकाती है। मैं लोगों को जोड़ने का काम करता रहूंगा। मैं सभी धर्मों, समुदायों और विचारों को एकसाथ लेकर आऊंगा। भाजपा कितनी भी निर्मम हो जाएं, लेकिन मैं आपके प्रति दयालु बना रहूंगा।’
अडानी मुद्दे पर राहुल ने कहा, ‘मैंने क्या किया? मैंने संसद में गौतम अडाणी का विषय उठाया। मैंने मीडिया की खबरों का उपयोग करके यह बताया कि अडानी कैसे दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए....मैंने दिखाया कि कैसे इजरायल के साथ रक्षा संबंध बदला गया, कैसे विदेश नीति में बदलाव किया गया? मैंने पूछा कि आपका अडानी से रिश्ता क्या है? प्रधानमंत्री ने जवाब नहीं दिया।’
उन्होंने कहा, ‘संसद को बंद कर दिया गया, मुझे जवाब देने का मौका नहीं दिया गया। सरकार मेरे सवालों से असहज हो गई और मुझे संसद से निकलवा दिया। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने मुझे बहुत बड़ा उपहार दिया है।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘वो मुझ पर जितना हमला करते हैं, मुझे और लगता है कि यही रास्ता है जिस पर मुझे चलना है। मैं रुकने वाला नहीं हूं। इसका कारण यहां के लोगों और देश के लोगों के साथ मेरा रिश्ता है।’