पत्नी को जान से मारकर जलाने की सूचना फोन पर मिली
पति ने कहा, पुलिस ने की लापरवाही
बारां । राजस्थान के झालावाड़ में एक दिन पहले हुए ऑनर किलिंग के मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। बारां के हरनावदा शाहजी कस्बे से विवाहिता को अगवा करने के तुरंत बाद उसका पति रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचा था लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने के बजाय उसे भगा दिया। उसका पति 2-3 घंटे भटकता रहा। इसी बीच उसे फोन पर पत्नी को जान से मारकर जलाने की सूचना मिली। इसके बाद उसने डीएसपी के साथ मीटिंग के बाद पुलिस हरकत में आई और झालावाड़ के सोरती गांव से युवती का अधजला शव बरामद किया है।
पति ने आरोप लगाया कि अगर हरनावदा शाहजी पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो उसकी पत्नी की जान बच सकती थी। ओनर किलिंग का शिकार हुई विवाहिता के पति रविंद्र कुमार भील ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब 11 बजे पत्नी शिमला के साथ वह हरनावदा शाहजी स्थित सेंट्रल बैंक के बाहर खड़ा था। तभी शिमला का भाई सोरती निवासी मांगीलाल व काका-काकी और मेघराज कुशवाहा वहां पहुंचे और शिमला से मारपीट कर जबरन उसे साथ ले गए। पत्नी का किडनैप होने पर सुबह करीब 11.30 बजे रिपोर्ट कराने के लिए हरनावदा शाहजी थाने में गया था लेकिन 2-3 घंटे बैठे रहने के बावजूद उसकी सुनवाई नहीं हुई। उसने 2-3 बार कार्रवाई करने के लिए कहा तो उसे थाने से भगा दिया गया। रविंद्र ने कहा कि दोपहर करीब 3 बजे उसे किसी ग्रामीण से सूचना मिली कि उसकी पत्नी शिमला को उसके परिजनों ने जला कर मार दिया है और शव को सोरती गांव के श्मशान में जला रहे हैं। इस बारे में उसने डीएसपी के साथ मीटिंग में बैठे थानाधिकारी को दी तो पुलिस एक्टिव हुई थी।