बिलासपुर । स्कूली बच्चों को संसदीय कार्यप्रणाली से वाकिफ कराने के लिए संसदीय कार्य विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग के साथ मिलकर संभाग स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन आज जिले में किया गया। जल संसाधन परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में 8 जिलों के 264 स्कूली बच्चों ने अलग-अलग क्षेत्रों के संसद के रूप में भूमिका निभाई और सदन की कार्यप्रणाली का मंचन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कमिश्नर डॉ. संजय अलंग ने किया। उन्होंने भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र समानता का अधिकार प्रदान करता है और बोलने की आजादी देता है। आज बच्चों को इस रूप में देख कर मैं बहुत खुश हूं। कार्यक्रम को आगे संबोधित करते हुए कमिश्नर डॉ. अलंग ने कहा कि मन के उद्गार प्रकट करने के लिए शब्दों का होना आवश्यक है। शब्द आपके पास तभी होंगे जब आप पढ़ेंगे, इसलिए पढ़ाई को अपने जीवन का हिस्सा बनाइए और कम से कम महीने में पांच पुस्तक पढऩे की आदत डालिए। जितना आप पढ़ेंगे उतना ही आपके पास शब्दों की अधिकता होगी और उसी से वाक कौशल आएगा।
कार्यक्रम का समापन और पुरस्कार वितरण महापौर रामशरण यादव के हाथों किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सक्ति जिला ने हासिल किया जिसे प्रशस्ति पत्र और 10 हजार रुपए की राशि दी गई, दूसरा स्थान गौरेला पेंड्रा मरवाही ने हासिला किया जिसे प्रशस्ति पत्र और 7.5 हजार रुपए की राशि दी गई, तीसरा स्थान जांजगीर चांपा ने हासिल किया जिसे प्रशस्ति पत्र और 5 हजार रुपए की राशि देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने विजयी प्रतिभागियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस प्रकार के आयोजन को बच्चों के चहुमुखी विकास के लिए उपयोगी बताया।
युवा संसद प्रतियोगिता में जिस प्रकार सदन में कार्यवाही होती है ठीक उसी प्रकार बच्चों ने भी संसदीय सदस्य बनकर राष्ट्रहित से जुड़े गंभीर मसलों पर चर्चा की। पक्ष और विपक्ष के रूप में तर्क-वितर्क किया और संसदीय कार्यप्रणाली से रूबरू हुए। कार्यक्रम में बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। राष्ट्र सुरक्षा, नारी सशक्तिकरण, कृषि उपज समर्थन मूल्य, स्वास्थ्य, शिक्षा और अपराध जैसे मसलों पर जिस प्रकार बच्चे तर्क-वितर्क कर रहे थे उसे देखकर कार्यक्रम में पहुंचे अतिथि भी हतप्रभ हो गए।
कार्यक्रम में पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, अरपा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभय नारायण राय, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जयश्री जैन सहित अन्य लोग मौजूद थे। समापन समारोह में पार्षद राजेश शुक्ला, अजय यादव, श्रीमती सीमा धृतेश, सांई भास्कर, मनीष गढ़वाल, सुरेश टंडन और श्याम पटेल सहित उपायुक्त विकास श्रीमती अर्चना मिश्रा मौजूद रहे।
इस दौरान स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक आर एन हीराधर, उपसंचालक एस के प्रसाद, सहायक संचालक प्रशांत राय, संदीप चोपड़े, जी डी गर्ग, जितेन्द्र बावरे, एचएस दिलावर, सहायक संचालक अजय कौशिक, अखिलेश मेहता, प्राचार्य श्रीमती गायत्री तिवारी, श्रीमती रचना नायडू मौजूद थे। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में इप्टा राज्य अध्यक्ष मधुकर गोरख, इप्टा जिला अध्यक्ष अरूण दाभलकर, सहायक प्राध्यापक श्रीमती मंजू माधुरी बाजपेई और प्राचार्य मनोज वैद्य रहे। वहीं मंच संचालन की जिम्मेदारी व्याख्याता मुकुल शर्मा और श्रीमती सरिता सराफ ने संभाली।