बिहार : शिक्षक नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग और बिहार लोक सेवा आयोग के अधिकारियों के बीच दो दिनों के अंदर कई राउंड बैठक के बाद मंगलवार को बीपीएससी ने मीडिया के सामने सारे मुद्दे व समाधान रखे। आयोग ने यह पक्का कर लिया है कि रजिस्ट्रेशन और आवेदन इस परीक्षा में अलग नहीं होगा। 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को मिलेगा। दो दिनों में सबकुछ स्पष्ट करते हुए विज्ञापन निकाल दिया जाएगा। बुधवार से गुरुवार के दरम्यान विज्ञापन निकाल दिया जाएगा। इसी कैलेंडर वर्ष में सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। सभी 1.7 लाख नियुक्तियां कर ली जाएंगी। आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि अभ्यर्थियों को आयोग की ओर से दी जा रही जानकारी पर भरोसा करना चाहिए, अफवाहों या कुतर्क में नहीं पड़ना चाहिए।

आयोग के सामने सबसे अहम मांग थी कि डीएलएड और बीएड के एपियरिंग स्टूडेंट आवेदन प्रक्रिया में शामिल होने की मांग कर रहे थे। आयोग ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि आवेदन के समय आवेदक के पास पात्रता संबंधित सर्टिफिकेट रहना अनिवार्य होगा। मतलब, जो अर्हताएं हैं, उसके लिए आवेदक के पास सर्टिफिकेट हो। अर्हता से संबंधित किसी प्रमाणपत्र के लिए परीक्षा दे चुके हैं और परिणाम का इंतजार कर रहे हों या जो परीक्षा देने वाले हों, उन्हें अंडरटेकिंग देना होगा कि निर्धारित अवधि तक वह अर्हता का प्रमाणपत्र जमा कर देंगे, अन्यथा वह अपात्र घोषित हो जाएंगे।

BPSC के अध्यक्ष अतुल प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आज कई बिंदुओं पर मंथन हुआ। बैठक में शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह भी शामिल हुए। संवाददाताओं को स्पष्ट किया गया कि स्थायी निवासी के लिए प्रमाणपत्र होना जरूरी है। सरकार ने शिक्षक भर्ती नियमावली के लिए बाकी भी जो प्रावधान किए गए हैं या आरक्षण या उम्र में छूट की जो व्यवस्था रखी गई है, उसी हिसाब से परीक्षा ली जाएगी। नियमावली संबंधित प्रावधानों के हिसाब से विज्ञापन में सारी बातें स्पष्ट की जाएंगी।

शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जल्द जारी करेगा BPSC
बता दें कि BPSC जल्द से जल्द शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने जा रहा है। इसमें प्राथमिक शिक्षक के लिए 79,943 पद, माध्यमिक शिक्षकों के लिए 32, 916 पद और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के लिए 57, 602 पद रिक्त है। शिक्षा विभाग और BPSC के बीच होने वाली बैठक के बाद विज्ञापन जारी करने की तिथि भी स्पष्ट हो जाएगी।