ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपकी कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में नहीं हैं तो उनकी महादशा का फल भी साढ़ेसाती की तरह ही होता है. ऐसे लोग परेशान रहते हैं. उन्हें तरह-तरह की बातें भी सुनने को मिलती हैं. अगर आपकी भी शनि की महादशा या अंतर्दशा चल रही है और आप परेशान हैं, तो एक खास उपाय आपको काफी हद तक राहत दिला सकता है.

इसके लिए आपको ताप्ती नदी के नागझिरी घाट पर स्नान कर झरोखा मंदिर में भगवान श्रीराम के दर्शन और घाट पर स्थित शिवजी के दर्शन शनिवार और अमावस्या के दिन करने होंगे. ऐसे करने से आपको शनि की महादशा या अंतर्दशा में काफी राहत मिलेगी. इस कार्य से शनि महाराज प्रसन्न होते हैं और आप पर अपनी कृपा करते हैं. तापी महापुराण कथा में भी इस उपय का वर्णन किया गया है.

5 शनिवार या अमावस्या के दिन करें ये उपाय
पंडित नर्मदानंद गिरि महाराज ने बताया कि तापी महापुराण कथा में इस उपाय का वर्णन किया गया है. यदि किसी व्यक्ति पर शनि की महादशा या अंतर्दशा का विपरीत प्रभाव पड़ रहा है और वह परेशान है तो उसको ताप्ती नदी के नागझिरी घाट पर सुबह के समय स्नान कर भगवान श्रीराम और शिवजी के दर्शन करने चाहिए. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं. यह उपाय आपको अमावस्या के दिन करना है. जिस दिन अमावस्या है, उस दिन आपको ताप्ती नदी में स्नान कर गीले कपड़े पहने हुए दर्शन करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी परेशानियां दूर होती हैं. पांच शनिवार और पांच अमावस्या पर स्नान कर दर्शन पूजन करना चाहिए, लाभ अवश्य मिलेगा.

सूर्यपुत्री मां ताप्ती नदी में स्नान का महत्व
सूर्यपुत्री मां ताप्ती नदी में स्नान करने का विशेष महत्व तापी महापुराण कथा में भी बताया गया है. इस नदी में जो भी भक्त स्नान करता है, उसके पापों का नाश होता है. शनिदेव द्वारा दिए जा रहे कष्टों को दूर करने के लिए भी इस नदी में स्नान करने के साथ श्री रामजी और शिवजी का पूजन करने का महत्व बताया गया है.

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