भोपाल ।  वर्तमान में प्रदेश में तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। बंगाल की खाड़ी के साथ ही अब अरब सागर से भी जबरदस्त नमी मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला अभी बने रहने की संभावना है। रविवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन एवं शहडोल संभाग के जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में उत्तरी मप्र में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, अजमेर, गुना, मंडला, पेंड्रा रोड, झारसुगड़ा, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इसके अतिरिक्त उत्तरी मप्र से लेकर दक्षिणी मराठवाड़ा तक एक द्रोणिका बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इस मौसम प्रणाली के असर से अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी आने लगी है।

इस वजह से पूरे प्रदेश में झमाझम वर्षा होने की उम्मीद बढ़ गई है। बता दें कि इस सीजन में एक जून से लेकर शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 738.9 मिलीमीटर वर्षा हुई। जो सामान्य वर्षा (856.0 मिमी.) की तुलना में 14 प्रतिशत कम है। प्रदेश के 22 जिलों में 20 से लेकर 39 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है। उधर, शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नर्मदापुरम में 89, छिंदवाड़ा में 62, दमोह में 30, बैतूल में 21, नौगांव में 17, सागर में 11, रतलाम में नौ, उमरिया में आठ, पचमढ़ी में सात, सीधी में पांच, उज्जैन में चार, शिवपुरी, गुना एवं सिवनी में दो, ग्वालियर में 1.3, खजुराहो में एक, भोपाल में 0.7, इंदौर में 0.5, धार में 0.4, मलाजखंड में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।