दिल्ली-NCR में गर्मी का सितम
दिल्ली-एनसीआर में गर्मी ने पिछले कई साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले पांच दिनों से तापमान 45 से 46 डिग्री बना हुआ है। इतनी भयंकर गर्मी के कारण सांस व दमा रोगियों की हालत खराब है। सामान्य लोग भी आग उगलती इस गर्मी से परेशान होने लगे हैं। गर्मी इतनी ज्यादा है कि एसी, कूलर व पंखों ने काम करना बंद कर दिया है। मंगलवार को हरियाणा के पलवल जिले भी में तापमान 46 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया। आग उगलती गर्म हवा से जहां दिनभर बाहर सड़कों, बाजारों व मंडियों में काम करने वाले मजदूरों का बुरा हाल किया, वहीं गर्मी से बचने के लिए घरों में बैठे लोगों का बिजली कटों ने बुरा हाल कर दिया। वहीं लोकसभा चुनाव प्रचार में लगे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने गर्मी के पसीने छुड़ा दिए।
मंगलवार सुबह छह बजे सूर्य देवता के दर्शन होने के साथ ही गर्माहट शुरू हो गई। जैसे-जैसे सूर्य देव चढ़ते गए, गर्मी भी अपना रूप दिखाने लगी। सुबह 10 बजे तक जिले का तापमान 40 डिग्री से अधिक पहुंच गया और दोपहर 12 बजे के बाद तापमान 45 डिग्री को पार कर गया। गर्म हवा 16 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली। लू के थपेड़ों ने घरों में चल रहे एयर कंडीशनर व कूलर तक फेल कर दिए। लोग बाजारों से नए कूलर खरीदते नजर आए। गर्मी के चलते बाजार पूरी तरह से खाली नजर आए। सड़कें भी दोपहर के समय खाली नजर आईं।
चुनाव के प्रचार में बाधा बन रही गर्मी
लोकसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार करने में भीषण गर्मी बाधा बन रही है। प्रचार के दौरान उम्मीदवार और उनके समर्थक गर्मी से बचने के लिए सिर पर साफी रख उसे पानी से गीला कर लेते हैं, ताकि गर्मी से कुछ समय के लिए राहत मिले। गर्मी के कारण मरीजों की संख्या भी दिनोंदिन बढ़ रही है।
गर्मी से बचने के लिए ट्यूबवेल और नहरों में स्नान कर रहे लोग
गर्मी इतनी अधिक है कि लोग बचने के लिए ट्यूबवेल, नहरों और पोखरों में जहां भी पानी है, वहां स्नान कर रहे हैं। अनाज मंडी में मजदूर अब दोपहर में वहां लगे ट्यूबवेल और पानी की टंकियों में स्नान कर गर्मी से राहत पाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं सब्जी मंडी हो या फिर ईंट भट्ठे पर कार्य करने वाले मजदूर सभी गर्मी से राहत पाने के लिए अब केवल पानी की तलाश में घूमते देखे जा सकते हैं।
ठंडे पेयजल का कर रहे सेवन
गर्मी से राहत पाने के लिए लोग न सिर्फ ठंडा पानी, बल्कि ठंडे पेयजल का भी सहारा ले रहे हैं। कोई बेल का जूस तो कोई गन्ने का रस तो कोई ठंडे पेय पदार्थ पीकर गर्मी में राहत पाने का प्रयास कर रहा है। दोपहर में सड़कों पर भीड़ कम और ठंडे पेय पदार्थ बेचने वालों की रेहड़ियों व दुकानों पर भीड़ ज्यादा नजर आई।
धूप में बाहर निकलने से बचें
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विपिन कुमार का कहना है कि गर्मी अधिक है। ऐसे में बचाव रखें। कोशिश करें कि घर से बाहर कम निकलें। दिन में कम से कम 10 से 15 लीटर पानी अवश्य पिएं। बाहर निकलते समय सिर पर कपड़ा और आंखों पर धूप से बचाव के लिए चश्मा अवश्य पहनें। बीमार होने पर तुरंत चिकित्सक से जांच कराएं। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।