कमालपुर बिचलका गांव में स्थित गोशाला में सोमवार रात 35 गोवंश की तबीयत बिगड़ गई। कुछ ही घंटे के भीतर उनमें से एक के बाद एक 13 गोवंश की मौत हो गई। ग्राम प्रधान शवों को दफनाने के लिए जेसीबी से गड्ढा खोदवाने लगे। जानकारी पर दर्जनों ग्रामीण जुटे और शव दफनाने से रोक दिया। भड़के ग्रामीणों ने प्रधान व अन्य जिम्मेदारों पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। मौके पर पुलिस प्रशासन के अफसर पहुंचे। ग्रामीणों को शांत कराया। ग्राम प्रधान माता प्रसाद की तहरीर पर अज्ञात पर चारा में जहर मिलाकर गोवंश की हत्या करने की धारा में एफआईआर दर्ज कराई है।

कमालपुर विचिलका गांव के पशु आश्रय केंद्र पर कुल 151 निराश्रित गोवंश था। सोमवार रात अचानक गोवंश बेसुध होकर गिरने लगे। गोशाला के कर्मचारियों ने ग्राम प्रधान को सूचना दी। वह अपने साथियों संग वहां पहुंचे। ग्राम प्रधान शव दफन कराने के इंतजाम में जुट गए तभी सभी ग्रामीणों को जानकारी मिल गई। उन्होंने शव दफनाने से रोक दिया। वह अड़ गए कि जब तक पुलिस प्रशासन नहीं आ जाता तब तक शव नहीं दफनाए जाएंगे। करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा।

मौके पर एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद मौर्य, बीडीओ पूजा सिंह और इंस्पेक्टर नगराम फोर्स के साथ पहुंचे तब पशु चिकित्सक को बुलाया गया। अफसरों ने बातचीत कर ग्रामीणों को शांत कराया। जब चिकित्सक ने अन्य बेसुध पड़े गोवंश का इलाज शुरू किया तब ग्रामीण पूरी तरह से शांत हुए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ये स्पष्ट नहीं हो सका कि गोवंश की मौत किस वजह से हुई।

टीम ने चारा का सैंपल कलेक्ट किया है। जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। एडीसीपी साउथ शशांक सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है। सुबूतों केआधार पर कार्रवाई की जाएगी।