हिसार। प्रदेश में बुधवार को हुई ओलावृष्टि और वर्षा से मौसम बदल गया है। तापमान में उछाल हुआ। साथ ही अब तीन फरवरी से नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा जो तीन दिन तक वर्षा कर सकता है। यह भूमध्य सागर से एक्टिव होकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होता हुआ नार्थ इंडिया को प्रभावित करेगा। इससे पहाड़ों में बर्फबारी के साथ ही मैदानी इलाकों में वर्षा होने की संभावना है।वहीं मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बुधवार को पश्चिमी विक्षोभ में लो क्लाउड के चलते ओलावृष्टि हुई है। प्रदेश के झज्जर में 25 एमएम तो करनाल में 12.1, यमुनानगर में 12, हिसार में 10.3, रोहतक में 20 एमएम, जींद में 9 एमएम, भिवानी में 6.2, अंबाला में 6 एमएम, गुरुग्राम में 0.5 एमएम वर्षा हुई। मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। 

मौसम विज्ञानियों की तरफ से 31 जनवरी के बाद वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई थी।पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से प्रदेश में ओलावृष्टि और वर्षा हुई। इसके साथ ही न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गैप कम हुआ है। वर्षा के चलते न्यूनतम तापमान में उछाल हुआ है। गुरुग्राम का न्यूनतम तापमान 13.3 डिग्री तक पहुंच गया।इसी प्रकार अंबाला में दोनों तापमान में गैप कम हुआ। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि तीन से पांच फरवरी तक एक्टिव होगा। यह विक्षोभ हलका होगा। इससे तीन दिन तक हल्की वर्षा होने की संभावना है।