अंबाला में शादी के दस साल बाद एक विवाहिता आशा रानी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसके भाई गोपाल राम ने अपनी बहन की मौत को हत्या करार दिया है। साहा थाना पुलिस ने गोपाल राम की शिकायत पर महिला के पति संजीव कुमार सहित रजत कुमार, महिंद्रो देवी, फग्गू राम, गोल्डी व रामपाल गांव बापा सढौरा जिला यमुनानगर के खिलाफ साजिश रचने व हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

गोपाल राम ने बताया कि उनकी बहन आशा रानी की शादी साल 2010 में संजीव कुमार के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल वालों ने उसकी बहन के साथ लड़ाई झगड़ा शुरू कर दिया। यही नहीं उसके साथ मारपीट भी करने लगे। साल 2022 में गोल्डी ने उसकी बहन के सिर में डंडा मारकर उसका सिर फाड़ दिया था। गोपाल का आरोप है कि ससुराल वाले लगातार गाली गलौज करते व जान से मारने की धमकी भी देते रहे हैं। कई बार झगड़ों को निपटाने के लिए पंचायत भी हुईं, लेकिन हालात नहीं बदले।

गोपाल राम ने बताया कि 11 सितंबर को उनके पास फोन आया, जिसमें कहा गया कि उसकी बहन काफी बीमार है और उनको बुला रही है, आप एक-दो लोग आ जाओ। इस पर वह और उसके चाचा का लड़का सुनील व राजेश गांव बीहटा पहुंच गए। यहां पता चला कि झूठी सूचना देकर उनको बुलाया, जबकि घर पहुंचे तो देखा कि उनकी बहन मृत पड़ी है।

उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने उसकी बहन की हत्या की है। इस बारे में जब ससुराल वालों से पूछताछ की, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद साहा थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम करने के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे हैं। गोपाल का आरोप है कि आशा रानी के पति सहित अन्य सुसराल वालों ने मिलकर उसकी बहन की हत्या की है। पुलिस ने इस मामले में जांच कर रही है।