नई दिल्ली: दिल्ली के गाजीपुर स्थित सब्जी मंडी और फूल मंडी की सड़कें इन दिनों किसी तालाब से कम नहीं लग रही है. पिछले 10 दिनों से यहां एक फुट तक पानी जमा है, जिससे मंडी आने-जाने वाले व्यापारियों, खरीदारों और राहगीरों की ज़िंदगी नारकीय बन चुकी है.

आलम यह है कि जिस सड़क से रोजाना करोड़ों का कारोबार होता था, वो अब एक गंदे तालाब में तब्दील हो चुकी है. सब्जी और फूल मंडी के आढ़तियों ने बताया कि सड़क पर भरा गंदा पानी अब सड़ने लगा है, जिससे तेज़ बदबू फैल रही है. कीचड़ भरे इस पानी में गाड़ियां फंस रही हैं, पैदल चलना दुश्वार हो गया है.

कारोबार पर असर: सब्जी मंडी में कारोबार करने वाले संतोष शर्मा नें बताया कि “सुबह चार बजे मंडी पहुंचते हैं, लेकिन अब बाइक भी अंदर नहीं ले जा सकते. ग्राहकों ने आना कम कर दिया है. कारोबार पर इसका असर बड़ रहा है. वहीं, कारोबारी मनोज यादव का कहना है, “पिछले हफ्ते हमने अधिकारियों को सूचित किया था, लेकिन कोई आया तक नहीं. पानी की निकासी के लिए न कोई पंप लगाया गया और न कोई सफाई कर्मचारी आया. लगता है प्रशासन ने आंखें मूंद ली हैं.

जलमग्न हुईं सड़कें: गाजीपुर मंडी से आनंद विहार और यूपी गेट की तरफ जाने वाली सड़क भी पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है. इस रास्ते से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं. यहां से गुजरने वाली कई वाहन इंजन में पानी जाने की खराब हो चुकी है. वाहन चालकों ने बताया कि गाजीपुर मंडी से गुजरने में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

बीमारी फैलने का खतरा: स्थानीय डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि जमा हुआ गंदा पानी डेंगू, मलेरिया और त्वचा संक्रमण जैसी जलजनित बीमारियों को न्योता दे सकता है. नालियों के ऊपर पानी फैल जाने से सीवर का पानी भी सड़कों पर आ गया है, जिससे हालत और बिगड़ती जा रही है.

प्रशासन बना मूकदर्शक: प्रशासन इसको लेकर पूरी तरीके से मूकदर्शक बना हुआ है. जल निकासी के नाम पर कोई कोशिश मौके पर नजर नहीं आ रही है. पुलिस की तरफ से जरूर बैरिकेडिंग कर रास्ते को बंद करने की चेतावनी दी गई है. इसके साथ ही नाले के किनारे चेतावनी के बैनर लगा दिए गए हैं.