दमोह  ।   एक अजीबो गरीब ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक अज्ञात युवक ने चार दिव्यांगों को अपना निशाना बना दिया और उन्हें 19,000 में एक्टिवा दिलाने के नाम पर 76,000 रुपये ठग लिए।  इतना ही नहीं वह ठग इन चारों दिव्यांगों को शोरूम के अंदर ले गया गाड़ी पसंद करवाई और पैसे लेकर रफू चक्कर हो गया। जब काफी देर तक दिव्यांग परेशान होते रहे और युवक नहीं लौटा, तब कंपनी के मैनेजर प्रीतम चोकसे ने उनसे पूछा कि आप लोगों ने गाड़ी क्यों नहीं खरीदी। इसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ और कोतवाली में जाकर मैनेजर के साथ दिव्यांगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई। युवक के शोरूम के अंदर के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं। इसके आधार पर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। पीड़ितों में सुनीता पटेल निवासी पिपरिया नायक, राजकुमार पटेल, किशोरी लाल पटेल खजरी मुहल्ला, प्रीतम अहिरवार बमनी शामिल हैं। इनसे 19,000 रुपये लिए और मानक पटेल नामक युवक बच गया, उसके पास पैसे नहीं थे। कंपनी के मैनेजर प्रीतम चौकसे ने बताया कि एक युवक नौ जनवरी को शोरूम पहुंचा था, जिसने बताया कि वह एक एनजीओ में काम करता है। आशा नाम से यह एनजीओ संचालित है, जिसमें दिव्यांगों के लिए 19,000 में एक्टिव दी जानी है। इसलिए वह कोटेशन लेने आया है। चौकसे ने कहा कि कोटेशन आप ले जाइए, लेकिन इसमें पूरा पैसा कंपनी में जमा करना होगा और इसके बाद गाड़ी मिलेगी। इसके बाद वह चला गया, 11 जनवरी को वह ऑफिस में नहीं थे। उसे समय यह युवक इन चार दिव्यांगों को लेकर शोरूम पहुंचा। उन सभी के आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य कागज लेकर फाइनेंसर के पास जमा कर दिए।

साथ ही शोरूम में चार गाड़ियां मंगवाई और इन चारों दिव्यांगों को पसंद कराई। सभी ने अपने-अपने पसंद  के कलर पसंद कर लिए। ठग ने उनसे कहा कि कुछ देर रुक जाओ आपके कागज तैयार होने वाले हैं। इसके बाद गाड़ी आपको मिल जाएगी। इन सभी से 19-19 हजार रुपये कुल 76 हजार रुपये लेकर वहां से गायब हो गया। यह दिव्यांग दोपहर दो बजे तक शोरूम में गाड़ी मिलने के इंतजार में बैठे रहे। मैनेजर चौकसे ने बताया कि जब वह शोरूम पहुंचे तो इन चारों दिव्यांगों के साथ करीब 10 लोग और थे। भीड़ देखकर उन्होंने इन लोगों से पूछा कि अभी तक गाड़ी क्यों नहीं आपने खरीदी। तब उन्होंने बताया कि जिस युवक के माध्यम से वह गाड़ी ले रहे हैं, वह कहीं गया है अभी आया नहीं।उन्होंने पूछा कि पैसे दिए हैं, तब दिव्यांगों ने बताया कि वह 76,000 लेकर यहां से चला गया है। चौकसे को अंदाजा हो गया कि वह कोई ठग था, जो लोगों के साथ ठगी करके चला गया है। सीसीटीवी फुटेज में उसकी रिकार्डिंग देखने के बाद वह इन चारों को लेकर कोतवाली पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज कराई।

इस प्रकार हुआ पूरा घटनाक्रम

पीड़ित राजकुमार पटेल ने बताया कि उसके साथी महेंद्र पटेल को एक व्यक्ति ने कहा है कि एक एनजीओ 19,000 में दिव्यांगों को गाड़ी दिला रहा है। यदि कोई दिव्यांग हो तो उसे बता देना और इस तरह यह जानकारी चार दिव्यांगों के पास पहुंच गई। वह युवक अज्ञात था, केवल उससे फोन पर बात हुई और सभी ने उसे 19,000 रुपये देने के लिए कह दिया। गुरुवार को विजयनगर के पास होंडा शोरूम में यह दिव्यांग पहुंचे, जहां पहले से अज्ञात युवक खड़ा था।

उसने चारों से कहा कि एजेंसी में तुम तीन पहिए वाली स्कूटी देख लो। शिकायत कर्ता दिव्यांग महिला सुनीता ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने आकर कहा कि स्कूटी के लिए तुम्हारे 19-19 हजार रुपये लगेंगे, जो हमें दे दो तो उन चार दिव्यांग जनों ने 19-19 हजार उस अज्ञात व्यक्ति को दे दिए। चारों के कागजात लेकर कहा कि अभी फाइनेंस होने वाला है और वह अज्ञात व्यक्ति चारों दिव्यांग से 76 हजार रुपये लेकर भाग गया, जिस कार से वह शोरूम पहुंचा था वह भी किराए की थी और कार शोरूम के बाहर खड़ी करवाकर अज्ञात युवक भाग गया। इसके बाद होंडा कंपनी के मैनेजर  प्रीतम चौकसे उन चारों दिव्यांगों को लेकर कोतवाली पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। कोतवाली टीआई ने आवेदन लेकर तत्काल उस अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। अज्ञात व्यक्ति का फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, उसी के अनुसार पुलिस अज्ञात आरोपी की तलाश करने में जुटी हुई है।