इंगोरिया ।   पिछले सप्ताह हुई अच्छी वर्षा से समीप की चंबल नदी में बाढ़ आ गई। इससे बलेड़ी-दंगवाड़ा के बीच नदी पर बना कपिलेश्वर डेम ओवरफ्लो हो गया। नदी में वर्षा का पानी रुकने से किसानों को सिंचाई में सुविधा होगी, वहीं सभी कुएं, तालाब आदि जलस्रोत के जलस्तर में वृद्धि होगी। कृषक और शिक्षक विजय पंड्या ने बताया कि वर्षा में डेम के सभी गेट खोल दिए जाते हैं। अक्टूबर माह में वापस गेट बंद कर पानी रोक दिया जाता है। चंबल नदी पर आगे चलकर अमलावद बिका में भी नागदा की ग्रासिम इंडस्ट्रीज का एक बांध बना हुआ है।

उधर, मंदसौर जिले में अभी भी मानसून ठीक से मेहरबान नहीं हो रहा हैं। गुरुवार को भी दिनभर बादल छाए रहे पर बरसात ठीक से नहीं हुई। जिले में अब तक केवल 515 मिमी औसत बरसात हुई हैं। मंदसौर में सुबह कुछ देर रिमझिम हुई उसके बाद शाम को फिर रिमझिम बरसात हुई। इससे सड़कों पर तो पानी बहा पर वह नदी नालों व तालाब तक नहीं पहुंच रहा हैं। जमीन भी केवल गीली हो रही हैं। इसका असर कुओं पर भी हो रहा है। किसानों को चिंता सता रही है कि कुओं में पानी नहीं भरा तो आगे क्या होगा। अगर समय पर पानी नहीं आया तो फिर पेयजल संकट आना भी तय हैं।