प्रदेश की सभी 25 सीटों पर चुनाव दो चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं। इनमें से 12 सीटों के लिए पहला चरण 19 अप्रैल को होगा और शेष 13 सीटों के लिए 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान किया जाएगा। पहले चरण के लिए 20 मार्च को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। 

पहले चरण के लिए जिन सीटों पर मतदान होना है, उनमें गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा सीट शामिल हैं।

भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपने-अपने प्रत्याशियों की एक-एक सूची जारी कर चुके हैं। इनमें भाजपा 15 और कांग्रेस 10 प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है। कांग्रेस के 10 में से 6 प्रत्याशी पहले चरण में चुनाव लड़ेंगे, जिसमें बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, अलवर, दौसा और भरतपुर में प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। वहीं भाजपा ने जिन 15 नामों का ऐलान किया है, उनमें से भी 6 प्रत्याशियों के चुनाव पहले चरण में होंगे। इनमें  बीकानेर से केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, अलवर से भूपेंद्र यादव, चूरू से देवेंद्र झाझड़िया, भरतपुर से रामस्वरूप कोली, सीकर से सुमेधानंद सरस्वती और नागौर से ज्योति मिर्धा के नाम शामिल हैं।

बची हुई सीटों में से किसी पर दोनों पार्टियों ने और किसी पर एक पार्टी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा अब तक नहीं की है। ये सीटें हैं-

गंगानगर : इस सीट पर फिलहाल भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। हालांकि बीते 2 लोकसभा चुनावों से यह सीट भाजपा के नाम रही है लेकिन संभावना है कि इस बार भाजपा यहां से अपना टिकट बदले।

झुंझुनूं : कांग्रेस ने इस सीट पर अपने मौजूदा विधायक बृजेंद्र ओला को टिकट दिया है। ओला इस सीट के लिए सबसे मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे हैं। भाजपा ने अब तक इस सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है।

सीकर : बीजेपी ने यहां मौजूदा सांसद सुमेधानंद को फिर से टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने यह टिकट होल्ड पर रखा है। सीपीएम इस सीट के लिए कांग्रेस से गठबंधन कर सकती है। यदि यह गठबंधन होता है तो कांग्रेस को इससे फायदा मिल सकता है।

जयपुर ग्रामीण :  इस सीट पर दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। बीजेपी ने जयपुर ग्रामीण सीट से जुड़े कांग्रेस के दिग्गज नेता लालचंद कटारिया को पार्टी में शामिल कर लिया है। संभावना है कि कटारिया इस सीट पर चुनाव लड़ें। कांग्रेस यहां किसी युवा चेहरे को मौका दे सकती है। 

जयपुर : यहां भी बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। यहां बीजेपी के रामचरण बोहरा वर्तमान में सांसद हैं जो लगातार 2 बार बड़े अंतर से चुनाव जीते हैं।

करौली-धौलपुर : अब तक बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही इस सीट के लिए प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है। मौजूदा सांसद मनोज राजौरिया बीजेपी से हैं लेकिन इस बार यह टिकट बदलने की संभावना है। 

दौसा : यहां पर कांग्रेस अपने मौजूदा विधायक मुरारी मीणा को मैदान में उतार चुकी है। बीजेपी इस बार यहां टिकट बदलने की तैयारी में है। मौजूदा सांसद जसकौर मीणा की जगह इस बार कैबिनेट मंत्री किरोड़ी मीणा के भाई जगमोहन को टिकट मिल सकता है।

नागौर : यह सीट इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में फंसती नजर आ रही है। बीजेपी ने यहां ज्योति मिर्धा को टिकट दिया है। कांग्रेस ने अब तक अपने नाम का ऐलान नहीं किया है। इधर नागौर के कद्दावर नेता हनुमान बेनीवाल भी इस बार लोकसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारने का मन बना चुके हैं।