चक्रधरपुर में महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हुआ है। जन्माष्टमी मेला देखकर लौट रही एक महिला पर एक युवक ने जानलेवा हमला किया है। घटना रात के करीब दस बजे की बताई जा रही है।

महिला को घायलावस्था में 10:20 बजे चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर और चिकित्सा कर्मियों ने घायल महिला का प्राथमिक उपचार किया। इस हमले में महिला का सिर फट गया है और हाथ सहित शरीर के कई हिस्सों में चोटें भी आईं हैं।

जानकारी के मुताबिक, घायल महिला का नाम सरस्वती नाग है। महिला चक्रधरपुर के पंप रोड में रहती है। सरस्वती नाग ने बताया कि वह अपने साथ परिवार की दो महिलाओं और दो बच्चों के साथ जन्माष्टमी मेला देखकर लौट रही थी।

इसी दौरान पश्चिम रेलवे केबिन के पास बनलता गांव निवासी चितरंजन प्रधान सरस्वती नाग के पास आया और रेल पटरी पर उसे पटक-पटककर लात घूंसों से मारने लगा। हमलावर चितरंजन प्रधान पंप रोड के ही एक कुरियर कंपनी में काम करता है।

चितरंजन प्रधान ने महिला के सिर को पकड़कर पटरी के खम्बे में भी मारा। अचानक हुई मारपीट से महिला बेहोश हो गयी। वहीं, साथ में मौजूद दो महिलाएं और बच्चे भी सहम गए।

इस बीच चितरंजन प्रधान महिला को जान से मारने के लिए धारदार चाकू निकालकर महिला पर जानलेवा वार करने की कोशिश करने लगा, जिसे देख पास से गुजर रहे युवकों ने चितरंजन प्रधान को पकड़ लिया और किसी तरह महिला की जान बचाई।

इसके बाद महिला को चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल भेज दिया गया। एक महिला पर जानलेवा हमला हुआ, लेकिन इस दौरान घायल महिला की सुरक्षा में पुलिस कहीं नजर नहीं आई। पुलिस रेलवे अस्पताल भी नहीं पहुंची थी।

बता दें कि पिछले साल ऐसे ही जन्माष्टमी मेला घूमने आई एक महिला की हत्या कर उसके शव को जंगल में फेंक दिया गया था। मेले में आपराधिक घटनाओं को लेकर पुलिस सतर्क रहने का दावा करती है, लेकिन इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घायल महिला सरस्वती नाग ने जानकारी दी है कि चितरंजन प्रधान उसको कई दिनों से पीछा कर परेशान रहा है। इसको लेकर महिला ने चक्रधरपुर थाना में शिकायत भी की, लेकिन पुलिस ने चितरंजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय उससे बांड लिखवाकर छोड़ दिया।