प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी मनीष रंजन को तलब किया है। ईडी ने हाल ही में राज्य के मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया था। रंजन ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव हैं। सूत्रों के मुताबिक, वह वर्तमान में भूमि, सड़क और भवन विभाग के सचिव हैं और उन्हें 24 मई को यहां अपने क्षेत्रीय कार्यालय में संघीय एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।

समन ईडी की उस जांच से जुड़ा है, जिसमें कांग्रेस नेता और राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, उनके पूर्व निजी सचिव संजीव कुमार लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी ने वहां से 32 करोड़ रुपये से अधिक बरामद करने का दावा किया था, जहां जहांगीर आलम रहते थे। यह जांच राज्य ग्रामीण विकास विभाग में काम करने वाले ठेकेदारों के अधिकारियों और अन्य लोगों के बीच कथित अनियमितताओं और रिश्वत के आदान-प्रदान से संबंधित है।

इस बीच विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने एक धनशोधन मामले में आलमगीर आलम की एजेंसी की रिमांड बुधवार को पांच दिन के लिए बढ़ा दी। एजेंसी द्वारा दो दिन तक पूछताछ करने के बाद 15 मई को आलम को गिरफ्तार किया गया था। पीएमएलए अदालत ने 16 मई को आलमगीर आलम को छह दिन के लिए केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में भेज दिया था। उनकी रिमांड 17 मई से शुरू हुई थी।