गर्मी के दस्तक देने से पहले ही एक बार फिर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की लो फ्लोर बस में आग लग गई। बादली क्रॉसिंग के पास रविवार दोपहर करीब 12 बजे रूट बस नंबर डीएल-1पी-सी 8774 से अचानक धुआं निकलने लगा। 

प्रत्यक्षदर्शियों ने तत्काल इसकी सूचना दी। तब तक बस पूरी तरह आग की चपेट में आ गई। सूचना मिलते ही मौके पर दमकल की दो गाड़ियां पहुंच गई और आग को बुझाया। हालांकि इस घटना में कोई यात्री या कर्मी जख्मी नहीं हुआ है। इसी महीने डीटीसी की एक और लो फ्लोर नॉन एसी बस में कंझावला के नजदीक आग लगने से बस जल गई थी। 

इस घटना पर डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन ने सवाल उठाया कि आखिरकार डीटीसी की बसों में बार बार आग लगने की घटनाएं क्यों हो रही है। डीटीसी और दिल्ली सरकार को इस बारे में सोचने की जरूरत है। यूनियन के अध्यक्ष ललित चौधरी और महामंत्री मनोज शर्मा ने आरोप लगाया कि बसों की देखरेख में घोटाला होता है। 

कई बार कंपनी के बजाय दूसरे लोकल पार्ट्स लगा दिए जाते हैं। कई बसों की मियाद खत्म हो चुकी हैं। यूनियन ने सवाल उठाया है कि इन बसों को फिटनेस प्रमाणपत्र कौन और कैसे जारी कर रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। यह दिल्ली वासियों की जान के साथ खिलवाड़ है। यूनियन ने सभी डिपो में बसों के रखरखाव की जांच और उचित देखरेख की मांग की है। पिछले साल भी गर्मियों में बसों में आग लगने की घटनाएं हुई थी।